pls give answer of apathit gadyansh
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समय बहुत मूल्यावान होता है। यह बीत जाए तो लाखों-करोड़ों रुपये खर्च करके भी इसे वापस नहीं लाया जा सकता। इस संसार में जिसने भी समय की कद्र की है, उसने सुख के साथ जीवन गुजारा है और जिसने समय की बर्बादी की, वह खुद ही बर्बाद हो गया है। समय का मूल्य उस खिलाड़ी से पूछिए, जो सेकंड के सौवे हिस्से से पदक चूक गया हो। स्टेशन पर खड़ी रेलगाड़ी एक मिनट के विलंब से छूट जाती है। आजकल तो कई विद्यालयों में देरी से आने पर विद्यालय में प्रवेश भी नहीं करने दिया जाता। छात्रों को तो समय का मूल्य और भी अच्छी तरह समझ लेना चाहिए, क्योंकि इस जीवन की कद्र करके वे अपने जीवन के लक्ष्य को पा सकते हैं।
(क) उपरोक्त गद्यांश में कीमती किसे माना गया है?
(i) जीवन को
(ii) अनुशासन को
(iii) समय को
(iv) खेल कोकिसने सुख के साथ जीवन गुजारा
(i) जिसने दुनिया में खूब धन कमाया
(ii) जिसने मीठी बाणी बोली
(iii) जिसने समय की कद्र की
(iv) जिसने समय को बर्बाद किया
(ग) सेकंड के सौवें हिस्से से पदक कौन चूक जाता है
(i) खिलाड़ी जिसने मामूली अंतर से पदक गंवा दिया हो
(ii) वह यात्री जिसकी ट्रेन छूट गई
(iii) उपर्युक्त दोनों लोग
(iv) इनमें कोई नहीं
(घ) छात्रों को समय की कद्र करने से क्या लाभ होता है?
(i) वे स्वस्थ हो जाते हैं।
(ii) वे मेधावी बन जाते हैं।
(iii) वे सभी विषयों में 100% अंक प्राप्त करते हैं।
(iv) वे लोकप्रिय हो जाते हैं।
(ङ) इस गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक होगा
(i) समय का मूल्य
(ii) जीवन का लक्ष्य
(iii) विद्यार्थी जीवन में समय का महत्त्व
(iv) अनुशासन
उत्तर-
(क) (iii)
(ख) (iii)
(ग) (iii)
(घ) (iii)
(ङ) (i)
प्रश्नोत्तर
(क) गद्यांश में किसे और क्यों मूल्यवाने बताया गया है?
उत्तर-
गद्यांश में समय को मूल्यवान बताया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि यदि वह बीत जाए तो इसे लाखों करोड़ों रुपये खर्च करके भी बीता हुआ समय वापिस नहीं हो सकता है।
(ख) समय को महत्त्व देने वालों का जीवन कैसा होगा?
उत्तर-
समय के महत्त्व को समझने वालों को जीवन सुखमय होता है। वे अपना जीवन आनंदपूर्वक व्यतीत करते हैं।
(ग) कौन व्यक्ति स्वयं बर्बाद हो जाता है?
उत्तर-
समय को व्यर्थ में बर्बाद करने वाला व्यक्ति स्वयं बर्बाद हो जाता है।
(घ) “समय का हर पल कीमती होता है। इस कथन के लिए गद्यांश में कौन-सा उदाहरण पेश किया गया है?
उत्तर-
इस कथन के लिए गद्यांश में खिलाड़ी का उदाहरण पेश किया गया है, जो सेकंड के सौवें हिस्से के अंतर से पदक नहीं जीत सका था।
(ङ) इस गद्यांश से हमें क्या प्ररेणा मिलती है?
उत्तर-
इस गद्यांश से हमें सीख मिलती है कि हमें सदैव समय के मूल्य को समझना चाहिए और अपने जीवन में समय को व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए, क्योंकि समय मूल्यवान है इसको आँवाने से हम अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते।
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