Hindi, asked by gokulsn2005, 3 months ago

pls give the meaning of the poem given below . its very urgent. plssssssssssssss.
नीईईईईल—मणि—मुख

पोखर में खड़ा सूर्य

झलक गया अभी से

बिंब भी

साँझ की आमद का

चंद्रमा

खींच लिए चलता है अपना चित्र

पानी से बहुत दूर-दूर वहाँ

और

अनिद्रा में डूबे हुए वे श्वेत-से कुछ पंख

उस ओर शायद प्रतीक्षा करती बैठी हो

काग़ज़ की

वह, रसभरी!
by teji grover.........

Answers

Answered by tji94346
1

ok i will answer.....,.........

please wait

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