Plz answer, a simple short story with moral please answer as given.
Attachments:
Answers
Answered by
0
Answer:
gvhvgjgghfhougvv nuiugcguogyjgfgytygftuhyfrigyigyy of yggg
Answered by
0
Answer:
माँ-बाप का आंख का वो तारा था,
पर वो तो किसी और का बाबू,शोना प्यारा था।
माँ ने तारे के लिये सारे सपने छोड़े,
और तारे ने प्यार के लिये अपने छोड़े।।
माँ-बाप की आशाएँ वृद्धआश्रम से घोती गयी,
एसे शर्मनाक पल मे माँ रोती गयी।
हे भगवन, क्या पालने मे कमी है,
जिस कारण मेरे आँखो मे नमी है।।
भगवान कुपित होकर बोले-
तेरा लड़का सोच रहा जीत का झंडा वो फहराएगा,
अज्ञानी क्या जाने इतिहास फिर दोहराएग।
जब वो बनेगें माँ-बाप उनका लड़का भी उन्हें सताएगा
जेसे माँ तू रोई है, एसे उसे भी रोना आयेगा।।
भगवान इससे एक ज्ञान की बात सिखलाते हैं,
कलियुग में कर्म का परिणाम कलयुग में दिखलाते हैं।।
Similar questions