Hindi, asked by kumarsidhartha, 2 months ago

plz answer this question​

Attachments:

Answers

Answered by Anonymous
331

Answer:

प्रश्न

स्वयं को A-1337 रामनगर, दिल्ली निवासी रमेश मानते हुये अपने मित्र को एक पत्र लिखो जिसमें उसे नियमित योग करने कि सलाह दि गई है।

\rule{300}{3}

आवश्यक पत्र

▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬

रमेश,

ब्लॉक- A-1337

रामनगर,दिल्ली

दिनांक-27/01/2021

\rule{200}2

प्रिय प्रियांश

बहुत प्यार,

मैं यहाँ कुशल मंगल हूँ।आशा है की,तुम भी स्वस्थ होगे।मुझे चाचा जी से पता चला की तुम अपनी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो।लेकिन पढ़ाई के साथ-साथ अपनी सेहत का भी ध्यान रखना जरुरी है।स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही उचित नहीं है।स्वस्थ शरीर के लिये योग भी जरुरी है।इसे करने से शरीर में रक्त-संचार सुचारु रूप से होते हैं।अत: तुम्हें सुबह उठकर योग करना चाहिए।क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है।

मुझे पुरा विश्वास है की तुम मेरी बात अच्छी तरह से समझ गये होगे और अमल भी करोगे।

आज के पत्र में इतना ही और बातें अगले पत्र में। चाचा-चाची को मेरा प्रणाम कहना और अपना ख्याल रखना।

\rule{200}2

तुम्हारा परम मित्र

रमेश

▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬

अनौपचारिक-पत्र का प्रारुप

  • \red{\leadsto} (प्रेषक-लिखने वाले का पता)
  • \pink{\leadsto} दिनांक …
  • \purple{\leadsto} संबोधन …
  • \green{\leadsto} अभिवादन …
  • \orange{\leadsto} पहला अनुच्छेद …(कुशल-मंगल समाचार)
  • \blue{\leadsto} दूसरा अनुच्छेद …(विषय-वस्तु-जिस बारे में पत्र लिखना है)
  • \red{\leadsto} तीसरा अनुच्छेद …(समाप्ति)
  • \pink{\leadsto} प्रापक के साथ प्रेषक का संबंध
  • \orange{\leadsto} प्रेषक का नाम …
Answered by Anonymous
2

रमेश,

ब्लॉक- A-1337

रामनगर,दिल्ली

दिनांक-27/01/2021

प्रिय प्रियांश

बहुत प्यार,

मैं यहाँ कुशल मंगल हूँ।आशा है की,तुम भी स्वस्थ होगे।मुझे चाचा जी से पता चला की तुम अपनी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो।लेकिन पढ़ाई के साथ-साथ अपनी सेहत का भी ध्यान रखना जरुरी है।स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही उचित नहीं है।स्वस्थ शरीर के लिये योग भी जरुरी है।इसे करने से शरीर में रक्त-संचार सुचारु रूप से होते हैं।अत: तुम्हें सुबह उठकर योग करना चाहिए।क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है।

मुझे पुरा विश्वास है की तुम मेरी बात अच्छी तरह से समझ गये होगे और अमल भी करोगे।

आज के पत्र में इतना ही और बातें अगले पत्र में। चाचा-चाची को मेरा प्रणाम कहना और अपना ख्याल रखना।

तुम्हारा परम मित्र

रमेश

Similar questions