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Explanation:
हम सब जानते है, जल ही जीवन है, इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। एक मात्र पृथ्वी ही ऐसा गृह है, जहाँ जल होने के कारण जीवन संभव है।
हमारे दैनिक कार्य जैसे पीने के लिये पानी, नहाने के लिये, कपड़े धोने के लिये, खाना बनाने के लिये, घर की सफाई करने, बर्तन को साफ़ करने के लिये और भी अन्य काम को करने के लिये भी हमें जल की जरूरत होती है।
जल प्रत्येक जीव की आवश्यकता है, चाहे जानवर हो या पशु-पक्षी, जलचर तो जल में ही निवास करते है। जल के बिना जीवित रहना असंभव है।
हमारी पृथ्वी पर जल के कई स्त्रोत है जैसे नदी, तालाब, कुआँ, झील, झरने, समुद्र इत्यादि हमें इन सभी को स्वच्छ रखना चाहिये जिससे जल का सही उपयोग हो सके। (पढ़ें: पृथ्वी के विषय में तथ्य)
जल की हर एक बूंद कीमती है। जल हमारे पर्यावरण का संतुलन बनाये रखने में हमारी मदद करता है। जल के चक्रण से वर्षा होती है और वर्षा का जल दोवारा नदियों और समुद्रों में पहुँच जाता है। इसलिये जल के महत्व्व को समझते हुये हमें बर्बाद नहीं करना चाहिये।
जल की वजह से ही फसलें, सब्जियाँ, फल आदि पैदा होते है और इनको खाकर हम जीवित रह पाते है अगर देखा जाये तो जल जीवन की सबसे पहली आवश्यकता है।
आज हमारी पृथ्वी पर पीने के साफ़ जल की कमी होती जा रही है क्योंकि हम सब मिलकर पानी को दूषित (पढ़ें: जल प्रदुषण पर निबंध) कर रहे है और पीने के लिये साफ़ जल हमें मुश्किल से उपलब्ध होता है अगर ऐसा ही चलता रहा तो पीने लायक पानी पृथ्वी पर नहीं बचेगा इसीलिये हमें जल को स्वच्छ रखना चाहिये।
जल न केवल हमारी प्यास की पूर्ति करता है बल्कि बिजली बनाने के लिये भी हम जल का उपयोग करते है। नदियों के जल पर बांध बनाए जाते है फिर बिजली बनाई जाती है और बाद में इस जल का उपयोग खेतों में सिंचाई (पढ़ें: कृषि पर निबंध) के लिये किया जाता है।
हमें जल की एक एक बूंद को बचाकर काम करना चाहिये जल का बिलकुल भी दुरूपयोग नहीं करना चाहिये क्यों कि जल की जरूरत हमारी जिन्दगी में बहुत अधिक है।
पृथ्वी की गर्मी के कारण हमारे ग्लेशियर पिघलते जा रहे। (पढ़ें: ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध) अतः अगर हम इसी तरह जल की बर्बादी करते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब हमारी नदियाँ भी सूख जायेंगी इसीलिए जल की कीमत समझते हुये हमें आज से ही प्रण करना चाहिये कि हम जल को न तो बर्बाद करेंगे और न दूषित और किसी को करने देंगे।