Hindi, asked by rinatripathi16, 3 months ago

Plz tell me the answer fast.
No negative comments ok. ​

Attachments:

Answers

Answered by khandelwaldhanvi
4

Answer:

Hope it helps...

Explanation:

तोत्तो-चान का अनुभव - तोत्तो-चान स्वयं तो रोज ही अपने निजी पेड़ पर चढ़ती थी और खुश होती थी परंतु आज पोलियो से ग्रस्त अपने मित्र यासुकी-चान को पेड़ की द्विशाखा तक पहुँचाने से उसे प्रसन्नता के साथ-साथ अपूर्व आत्म संतुष्टि भी प्राप्त हुई।  

यासुकी-चान का अनुभव - यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ कर अत्यधिक प्रसन्नता हुई उसकी मन की इच्छा पूरी हो गई। उसने पेड़ पर चढ़कर दुनिया को निहारा।

Pls mark as brainliest ans

Similar questions