Plzz answer the question guys☺✌
Q1)Write a paragraph on Meri Baas ki Yatra(In Hindi)
(I will Give you 40 thanks)100-150 words.
Request:☺☺
{If u know the answer then only write it or its best not to response}
Answers
आज हमारे शहरों, नगरों में परिवहन की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. मेट्रो, ओला, बस, ट्रेन, रिक्शे हर जगह मिल जाएगे. फिर भी एक शहर से दुसरे शहर जाने के लिए बस की यात्रा आज भी अधिकतर लोग पसंद करते हैं.
एक तरफ बस यात्रा से किराया कम आता हैं तो बैठने की अच्छी व्यवस्था मध्यम दूरी की यात्रा को सुगम बना देती हैं. मैंने रिक्शे को हाथ दिखाया और उन्हें बस स्टॉप तक चलने को कहा.
यह वर्षा ऋतू का मौसम था, जगह जगह सड़क के बीचो बिच जलाशय बन गये थे. तैसे वैसे हम बस स्टॉप पहुंचे. वहां जाने पर पाया कि बसें काफी देरी से चल रही हैं. स्टॉप पर ही कुछ बसें खराब हो गई.
किस्मत अच्छी थी, 15 मिनट बाद से हमारे शहर को जाने वाली बस बिलकुल सही एवं तैयार थी. हमने स्टॉप के टिकट खिड़की से यात्रा टिकट लिया और बस में बैठकर उसकी रवानगी की राह देखने लगे. कोलाहल और इसे और अधिक फेरी वाले कर देते है जब वे चाय बिस्किट पानी की बोतल लिए सिर चढ़कर बोलने लगते हैं.
Answer:
रेल तथा बस यातायात का आम साधन हैं। छोटे रास्तों के लिए बस ही इस्तेमाल की जाती है। बस, रेलों के मुकाबले आसानी से मिल जाती हैं। ये थोड़े-थोड़े समय के अंतराल लती रहती हैं। ऐसे कई स्थान हैं जहां रेलें नहीं जातीं। इसमें कोई शक नहीं कि बस द्वारा सफर आरामदेह नहीं होता तथा थका देने वाला होता है, किन्तु यह कई बार सस्ता भी होता है।
रेल तथा बस यातायात का आम साधन हैं। छोटे रास्तों के लिए बस ही इस्तेमाल की जाती है। बस, रेलों के मुकाबले आसानी से मिल जाती हैं। ये थोड़े-थोड़े समय के अंतराल लती रहती हैं। ऐसे कई स्थान हैं जहां रेलें नहीं जातीं। इसमें कोई शक नहीं कि बस द्वारा सफर आरामदेह नहीं होता तथा थका देने वाला होता है, किन्तु यह कई बार सस्ता भी होता है।एक बार मुझे अगली सुबह ही दिल्ली पहुंचना था। उस समय रेल उपलब्ध नहीं थी। इसलिए मैंने जालंधर से सुबह 9 बजे बस पकड़ी। बस पूरी तरह भरी हुई थी। मेरे पास बैठने के लिए सीट नहीं थी। भगवान की दया से मेरे पास केवल एक बैग था तथा कोई भारी सामान नहीं था। मैंने उसे ऊपर टांग दिया तथा खुद को संभाले रखने के लिए रॉड को पकड लिया। कंडक्टर ने मुझे आश्वासन दिलाया कि लुधियाना पहुंच कर मुझे सीट मिल जाएगी। फिर बस चल पड़ी।