Plzz tell me patra lekhan pattern Hindi for class 10 cbse board exam 2018 - 2019 pzz tell me there is a paper on 19 of March
Answers
"पिताजी को पत्र - अनौपचारिक पत्र का 1 नमूना"
स्थान का नाम ………
तिथि …………
पूजनीय पिता जी,
सादर प्रणाम
कल ही संध्याकालीन भारतीय डाक से आपका पत्र मिला ! आप सभी का कुशल-क्षेम जानकर अत्यधिक प्रसन्नता हुई ! यहां पर गौरव एवं मीनाक्षी ठीक हैं !
आपने अपने पत्र में परीक्षा की तैयारी के विषय में पूछा था ! आपको बता दूं कि हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है जो भी बचा है मैं समय रहते पूरा कर लूंगा ! हमें कुछ और पुस्तक खरीदने की आवश्यकता है जो हमारी प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए उत्तम सिद्ध हो सकता है !
मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि ₹10,000 हमें भेज दें ! मैं उससे पुस्तक खरीद लूंगा !
शेष सब कुशल है ! माता-जी, बुआ आदि को मैं और मेरे मित्र उनको प्रणाम कहते हैं !
आपका सदैव आज्ञाकारी पुत्र
नाम………
"औपचारिक पत्र - पत्र लेखन नमूना"
पोस्ट मास्टर के नाम औपचारिक पत्र=>
परीक्षा भवन
नई दिल्ली
दिनांक - 20 जनवरी 2019
डाकपाल महोदय
संसद मार्ग
नई दिल्ली
प्रिय महोदय,
विषय - रजिस्ट्री पत्र प्राप्त ना होने की शिकायत
डाकपाल महोदय का निवेदन के साथ ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं कि, मैंने 20 दिसंबर 2018 को अपने पिता के नाम एक पत्र रजिस्ट्री के द्वारा भेजा था ! किंतु उसे एक महीने के बाद भी प्राप्त नहीं हो पाया है !
मैंने अपने गांव स्थित डाकघर से भी संपर्क स्थापित करने का प्रयत्न किया था ! वहां के डाक मास्टर ने बताया कि इस तरह का हमें कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है ! रजिस्ट्री पत्र का रसीद नंबर 234 है जो 20 दिसंबर 2018 को भेजा गया था ! रशीद का फोटो स्टेट कॉपी पत्र के साथ संलग्न है !
आपसे प्रार्थना है कि इस संबंध में आवश्यक जांच पड़ताल कर के मुझे मामले की वास्तविक स्थिति से अवगत किया जाए !
धन्यवाद
भवदीय
कुलदीप कुमार झा|
आशा है कि यह आपकी मदद करेगा| ☺
धन्यवाद......
Answer:
Explanation:
पत्र लेखन
इस दुनिया में एक दूसरे से संपर्क बनाने के लिए आजकल तो अत्याधुनिक उपकरण आ गए हैं लेकिन फिर भी पत्रों का अपना विशेष महत्व है। पत्र लेखन के दो प्रकार होते हैं
औपचारिक पत्र
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अनौपचारिक पत्र
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औपचारिक पत्र-> औपचारिक पत्र में आवेदन पत्र, पदाधिकारियों के नाम पत्र, व्यवसायिक पत्र और संपादक के नाम पत्र आदि होते हैं जिनमें केवल उचित विषय पर ही बात की गई होती है। इन पत्रों में व्यक्तिगत ना होकर व्यवहारिक बातचीत होती है। जैसे किसी समस्या का निवारण हेतु प्रार्थना पत्र, निवेदन प्रार्थना या आज्ञा आदि पत्र होते हैं।
औपचारिक पत्र लिखते समय पत्र की भाषा सरल और रोचक होनी चाहिए बाकी छोटे-छोटे तथा प्रभावशाली होनी चाहिए।केवल प्रसंग की बातें लिखी जाएं| व्यर्थ की आप प्रसांगिक बातें उसमें नहीं आनी चाहिए। कठिन भाषा, लंबे वाक्य और अनावश्यक बातों से पत्र नीरस हो जाता है| पत्र में शुद्ध भाषा और विराम चिन्हों का ध्यान रखना चाहिए| जिन शब्दों की अक्षर योजना या अर्थ के बारे में संदेह हो उन्हें ना लिखें।
औपचारिक पत्र के 8 भाग होते हैं- लिखने का स्थान तथा पता, दिनांक, संबोधन, अभिवादन, पत्र के विषय का आरंभ, विषय, समाप्ति और पत्र लेखक का परिचय।
अनौपचारिक पत्र-> अनौपचारिक पत्र अपने सगे संबंधियों, रिश्तेदारों, मित्रों आदि को लिखे जाते हैं इनमें कोई विशेष नियम नहीं होते हैं इसमें आप आदर सम्मान पूर्वक शुरू कर सकते हैं और अपनी निजी जानकारी या बातें पत्र में लिख सकते हैं।