poem in hindi any poem
Answers
Answered by
10
तन्हा घर
अब नहीं दिखता
वो सुनहरा बचपन
अब नहीं दिखता
देवों को पुष्प अर्पण
कहीं गुम हो गई
वो मीठी कोलाहल
कहीं गुम हो गई
वो चहल पहल
लोग तो हैं अब
आवाज़ नहीं पर
मकान तो हैं "ठग"
किन्तु तन्हा है अब घर
Answered by
9
चुन्नू मुन्नी
चुन्नू मुन्नू थे दो भाई
रसगुल्ले पर हुई लड़ाई
चुन्नू बोला मैं लूंगा
मुन्नू बोला कभी ना दूंगा
झगड़ा सुनकर मम्मी आई
बड़े प्यार से बात बता ई
आधा तू ले चुन्नू बेटा
आधा तूने मुन्नू बेटा
ऐसा झगड़ा कभी ना करना
दोनों मिलकर प्रेम से रहना
Similar questions