poem on corona virus in hindi or Punjabi
Answers
Answered by
71
Answer:
This is my self written poem
Attachments:
Answered by
64
कोरोना पर कविता
( स्वरचित )
आया है बिमारी एक
नाम है कोरोना
ज़िन्दगी छिन रही है लाखो
कैसे हम रोये ना
रोज मिल रहा है खबर
हजारो की मौत का
कब जाने हाय
ये ज़िन्दगी मेरी भी दे धोखा
खैर कोइ बात तो नहीं
कोशीश है ज़ारी
अब तो कोइ देश नहीं है
चीन जैसा अनाड़ी
होशियार हो गये है हम सब
शायद इलाज निकले जलदी
सुबह उठ कर ज्ञात हो
के कोइ तो मौत का रास्ता बदल दी
खैर आ जाएगा कोई भेक्सीन जरूर
बात है करने की अपेक्षा
हम को भूल नहीं जाना है
सबसे पहले सब की सुरक्षा
Similar questions
English,
5 months ago
English,
5 months ago
Science,
5 months ago
English,
10 months ago
Business Studies,
1 year ago
Business Studies,
1 year ago