Poem on Dr. B. R. Ambedkar’s views on women empowerment in hindi
Answers
महिला सशक्तिकरण के बारे में अंबेडकर जी के विचार
ऊँच-नीच के भेद भाव में बचपन बीता, तुम नया करना चाहे,
जिसने संसार में जन्म दिया, उन नारियों का अपमान सह न पाए I
अपमानित होती, गुलामी की जंजीरों में जकड़ी, दस बनी,
सती होती, अक्षर ज्ञान से वंचित, विधवा पर जुल्म तुम सह न पाए II
18वीं बम्बई विधान परिषद् में, जोरदार मात्रित्व विधेयक का समर्थन किया,
महिलायों की रक्षा के लिए, दमनकारी, जाति आधारित समाज का वहिष्कार किया I
छुआ-छूत मिटाने लडे समाज से, तर्क रखे, नारियों को जागृत किया,
रक्षा और शिक्षा के लिए, ‘वहिष्कृत हितकारिणी सभा’ का निर्माण किया II
दलित शोषित वंचितों के लिए, पूना संधि की I
जिसने जन्म दिया उसका सम्मान करो, यह समाज को शिक्षा दी II
एक औरत देश के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
परंतु लेकिन हम उसे अधिकार और स्वतंत्रता देना चाहिए I
देश के विकास मे नारी का योगदान,
यह बहुत अच्छी बात है ।
डॉ बी आर अम्बेडकर को भी महिला सशक्तिकरण अच्छी लगती है क्योंकि
महिला परिवार की पीठ की हड्डी होती है ।
इस ही तरह महिला देश कि पीठ की हड्डी बन सकती है।
इसलिए महिला को हमें उनहे अधिकार और स्वतंत्रता देना चाहिए ।