poem on pandit Nehru...(own written ..)
Answers
Answer:
रहा प्यार की
दिखलाते थे,
चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!
नहीं किसी से भी डरते थे
आगे ही आगे बढ़ते थे,
अमन-चैन था उनका सारा
दुष्ट फिरंगी जिससे हारा।
अंग्रेजों को
दहलाते थे,
चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!
आजादी अधिकार हमारा
ऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,
बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-
गरज उठा था यह सेनानी।
नदिया, सागर
खौलाते थे,
चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!
सीने पर हँसता गुलाब था
हर ढंग उनका लाजवाब था,
बच्चों में बच्चे बन जाते
साथ-साथ कहकहे लगाते।
इसीलिए
इतना भाते थे,
चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!
Answer:
Poem in English-
The moon cast an enveloping shadow over the teeming multitudes,
as they made their tryst with destiny**,
with you as the bearer of the light,
and at the stroke of the midnight hour,
you emerged an icon, from the long and desolate night.
Long years had passed,
since those humid evenings spent,
languishing in jail,
yet your mind remained unshackled,
putting words on paper in the dim candlelight,
as the gaudy glare of empire began to pale.
2.
Today,
you live,
within us,
though not amongst us,
and,
your discovery,
your glimpses,
smoulder within me,
your immortal words,
my compass.
I am now,
the soul of nations,
once suppressed,
that have,
found utterance.
I am now,
me.
I am now,
finally,
free.
* – ‘Pandit-Ji’ was the name that Jawaharlal Nehru, the first Prime Minister of independent India, was respectfully called.
** – excerpts from Jawaharlal Nehru’s speech on 15th August 1947.
Poem in Hindi-
रहा प्यार की
कीदिखलाते थे,
कीदिखलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!
कीदिखलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!नहीं किसी से भी डरते थे
कीदिखलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!नहीं किसी से भी डरते थेआगे ही आगे बढ़ते थे,
अमन-चैन था उनका सारा
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों को
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमारा
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-गरज उठा था यह सेनानी।
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-गरज उठा था यह सेनानी।नदिया, सागर
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-गरज उठा था यह सेनानी।नदिया, सागरखौलाते थे,
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-गरज उठा था यह सेनानी।नदिया, सागरखौलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-गरज उठा था यह सेनानी।नदिया, सागरखौलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!सीने पर हँसता गुलाब था
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-गरज उठा था यह सेनानी।नदिया, सागरखौलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!सीने पर हँसता गुलाब थाहर ढंग उनका लाजवाब था,
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-गरज उठा था यह सेनानी।नदिया, सागरखौलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!सीने पर हँसता गुलाब थाहर ढंग उनका लाजवाब था,बच्चों में बच्चे बन जाते
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-गरज उठा था यह सेनानी।नदिया, सागरखौलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!सीने पर हँसता गुलाब थाहर ढंग उनका लाजवाब था,बच्चों में बच्चे बन जातेसाथ-साथ कहकहे लगाते।
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-गरज उठा था यह सेनानी।नदिया, सागरखौलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!सीने पर हँसता गुलाब थाहर ढंग उनका लाजवाब था,बच्चों में बच्चे बन जातेसाथ-साथ कहकहे लगाते।इसीलिए
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-गरज उठा था यह सेनानी।नदिया, सागरखौलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!सीने पर हँसता गुलाब थाहर ढंग उनका लाजवाब था,बच्चों में बच्चे बन जातेसाथ-साथ कहकहे लगाते।इसीलिएइतना भाते थे,
था उनका सारादुष्ट फिरंगी जिससे हारा।अंग्रेजों कोदहलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!आजादी अधिकार हमाराऊँचा रहे तिरंगा प्यारा,बढ़कर हम देंगे कुर्बानी-गरज उठा था यह सेनानी।नदिया, सागरखौलाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!सीने पर हँसता गुलाब थाहर ढंग उनका लाजवाब था,बच्चों में बच्चे बन जातेसाथ-साथ कहकहे लगाते।इसीलिएइतना भाते थे,चाचा नेहरू! चाचा नेहरू!
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