poem on role of jaya prakash in freedom struggle in hindi language
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एक विजयी दिन को जन्मे (विजय दशमी)
हमें जीत का स्वाद के लिए किए गए
अंग्रेजों से हमारे हाथ से पुलिस को तोड़
अपने जीवन का बलिदान हमें मुक्त बनाने के लिए II
आपात स्थिति के खिलाफ हो गया
लक्ष्य के साथ "दूसरों की रक्षा"
एक के लिए एक उदाहरण के रूप में खड़ा
एक आदमी के असली प्रतीक II
राजनीतिक विकास के लिए जिम्मेदार
एक महान हलचल जे पी आंदोलन से
डराने के लिए इंदिरा बनाया गया था
और आपात स्थिति की घोषणा के लिए II
5 प्रतिरोधों के संघ में शामिल
"जनता पार्टी" को जन्म दिया
समाज के लिए खुद को समर्पित कर दिया II
महान तेलुगू देशभक्त कभी
जो भारत के इतिहास को बदल दिया
बहुत उसके जीवन चुंगी से
"नायक" के रूप में "नारायण" बन गया II
लोकनायक !
हमें जीत का स्वाद के लिए किए गए
अंग्रेजों से हमारे हाथ से पुलिस को तोड़
अपने जीवन का बलिदान हमें मुक्त बनाने के लिए II
आपात स्थिति के खिलाफ हो गया
लक्ष्य के साथ "दूसरों की रक्षा"
एक के लिए एक उदाहरण के रूप में खड़ा
एक आदमी के असली प्रतीक II
राजनीतिक विकास के लिए जिम्मेदार
एक महान हलचल जे पी आंदोलन से
डराने के लिए इंदिरा बनाया गया था
और आपात स्थिति की घोषणा के लिए II
5 प्रतिरोधों के संघ में शामिल
"जनता पार्टी" को जन्म दिया
समाज के लिए खुद को समर्पित कर दिया II
महान तेलुगू देशभक्त कभी
जो भारत के इतिहास को बदल दिया
बहुत उसके जीवन चुंगी से
"नायक" के रूप में "नारायण" बन गया II
लोकनायक !
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पैदा हुआ नारायण
विजयदशमी के दिन,
देव कृपा था अच्छा उसका पढ़ाई में लगन,
भरे उसके चरित्र स्वभाव में उच्च गुण
प्रभावित किया आज़ाद मौलाना के भाषण
रद्द अंग्रेजों के कालेज में अपना अड्मिशन ।
सीखने पहुंचा मुश्किलें पार कर अमेरिका
विद्या सोषलिसम, कमुनिजम, लोकतन्त्र का
चाहता तो बन जाता खुद एक अमीर
आजादी की ओर बढ़ा सुन पंडित नेहरू का पुकार।
गुरु बने महात्मा गांधी,
बीबी आजादी लड़ाई में साथी ।
सहायता-इंकार (नागरिक अवज्ञा) में भाग लिया
बार बार सहकर मार पीठ जेल गया ।
थे दोस्त राम लोहिया मसानी
और युसुफ मेहता देसाई ।
बन जेनेरल सेक्रेटरी कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी
बना जन सुख समाज सेवा की स्पूर्ती ।
सब रूप में अंग्रेज विरोधी
अहिंसावादी व एक गांधीवादी ।
क्विट-इंडिया (भारत-छोड़ो) में पहली पंक्ती
बन एक नायक आदर्श, कमाया सम्मान यश ।
एक निस्वार्थ भारत आजादी के फौजी
है वे भारत रत्न लोक नायक असली ।
देव कृपा था अच्छा उसका पढ़ाई में लगन,
भरे उसके चरित्र स्वभाव में उच्च गुण
प्रभावित किया आज़ाद मौलाना के भाषण
रद्द अंग्रेजों के कालेज में अपना अड्मिशन ।
सीखने पहुंचा मुश्किलें पार कर अमेरिका
विद्या सोषलिसम, कमुनिजम, लोकतन्त्र का
चाहता तो बन जाता खुद एक अमीर
आजादी की ओर बढ़ा सुन पंडित नेहरू का पुकार।
गुरु बने महात्मा गांधी,
बीबी आजादी लड़ाई में साथी ।
सहायता-इंकार (नागरिक अवज्ञा) में भाग लिया
बार बार सहकर मार पीठ जेल गया ।
थे दोस्त राम लोहिया मसानी
और युसुफ मेहता देसाई ।
बन जेनेरल सेक्रेटरी कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी
बना जन सुख समाज सेवा की स्पूर्ती ।
सब रूप में अंग्रेज विरोधी
अहिंसावादी व एक गांधीवादी ।
क्विट-इंडिया (भारत-छोड़ो) में पहली पंक्ती
बन एक नायक आदर्श, कमाया सम्मान यश ।
एक निस्वार्थ भारत आजादी के फौजी
है वे भारत रत्न लोक नायक असली ।
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