poem on swachhta mai no. 01 Indore poem in hindi
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बापू का देश बनाना है
हम सब ने मन में ठाना है
राष्ट्र के निर्माण में
बस एक कदम बढ़ाना है
स्वच्छता हीं सेवा माना है
जन -जन नें अब ये जाना है
बापू का देश बनाना है
हम सब ने मन में ठाना है
गाँधी जी के सपनों का
मोदी नें सम्मान दिया
संकल्पित हो राष्ट्र के प्रति
स्वच्छ भारत अभियान दिया
लज्जा दूर भगाने को
हम सब ने मिलकर आना है
राष्ट्र के निर्माण में
बस एक कदम बढ़ाना है
स्वच्छता हीं सेवा माना है
जन -जन नें अब ये जाना है
बापू का देश बनाना है
हम सब ने मन में ठाना है
बापू के धूमिल चश्मों से
अब देश कैसे देखोगे तुम
जब तक न बदले सोच भला
भारत कैसे बदलोगे तुम ?
हर हाथ में झाड़ू हो
और हर आलय में शौचालय
हर बेटी तब स्वस्थ रहे
और बहु को भी सम्मान मिले
कूड़े के ढेर पे जो बसा शहर
उसे नहीं कहीं स्थान मिले
तभी सफल समझो सब इसको
तब जाके एक स्वच्छ भारत की पहचान मिले
बापू का देश बनाना है
हम सब ने मन में ठाना है|