English, asked by Anonymous, 9 months ago

poem on world of love​

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Answered by AryaPriya06
4

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Here it is in the attachment.....but remember there no world exist of love today

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Answered by Anonymous
10

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उरुजे कामयाबी पर कभी हिंदोस्तां होगा

रिहा सैयाद के हाथों अपना आशियां होगा।

चखाएंगे मजा बरबादी-ए-गुलशन का गुलचीं को,

बहार आएगी उस दिन जब अपना बागबां होगा।

जुदा मत हो मिरे पहलू से ये दर्दे वतन हरगिज,

न जाने बादे मुरदन मैं कहां और तू कहां होगा?

वतन की आबरू का पास देखें कौन करता है?

सुना है आज मकतल में हमारा इम्तेहां होगा।

ये आए दिन की छेड़ अच्छी नहीं ये खंजरे कातिल,

बता कब फैसला उनके हमारे दरमियां होगा।

शहीदों की मजारों पर जुड़ेंगे हर बरस मेले,

वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा।

मेरे लिए ये लोग और भारत माता ही सब

कुछ है

प्यार केे लिए मेरे पास बस यही भाषा है

वरना तो

इस कदर वाकिफ है मेरी कलम मेरे

जज़्बातों से,

अगर मैं इश्क़ लिखना भी चाहूँ तो इंक़लाब लिखा जाता है।

इंकलाब जिंदाबाद

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