Police ki aatma katha in hindi essay 150 shabd
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Explanation:
बेहतर कानून व्यवस्था की स्थिति किसी भी सभ्य समाज के लिए एक आवश्यक तत्व है. तो समाज में शांति व्यवस्था कायम करने एवं नागरिकों के द्वारा कानून के पालन की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए और शरारती तत्वों को दंडित करने के लिए प्रत्येक देश में Policeman की आवश्यकता पड़ती है.
आंतरिक शांति राज्य का विषय होता है अतः पुलिस भी राज्य सरकार के अंदर ही काम करती है. पुलिस का काम होता है कि वह कानून का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों को नियंत्रण में रखें और सामान्य नागरिकों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करें .और हमारे देश भारत में विभिन्न राज्यों के पुलिस इसे पूरा करने में जी जान से जुटी रहती है.
एक पुलिस मैन बनने के लिए व्यक्ति को शारीरिक रूप से चुस्त और तंदुरुस्त रहना पड़ता है. एक पुलिस मैन खाकी वर्दी पहनता है अपनी कमर पर बेल्ट बांधता है , पांव में खाकी रंग का जूता पहनना है. पुलिसमैन के कंधे पर बंदूक लटकती रहती है. पुलिस के कंधे पर जिस राज्य के लिए वह काम करती है, उस राज्य का भी कुछ निशान लगा रहता है जो कि उनके पद के अनुसार बदलते रहते हैं.
सड़क पर ट्रैफिक की बहाली से लेकर लोगों के निवास करने वाले स्थानों पर होने वाली किसी भी अपराध की घटना को रोकना सब पुलिस के जिम्मे ही है. पुलिस विभिन्न नेताओं और वरिष्ठ व्यक्तियों के आने के बाद उनकी सुरक्षा का इंतजाम करती है .क्षेत्र में कहीं भी उपद्रव अथवा शांति भंग होने की संभावना होती है या कहीं जुलूस या हड़ताल होता है. कहीं किसी बात को लेकर विरोध प्रदर्शन होता है, पुलिस तमाम घटनाओं को शांतिपूर्वक निपटाने में अहम योगदान करती है. स्थिति बिगड़ जाने पर भी पुलिस सामान्य तौर पर साधारण बल प्रयोग कर लाठी चलाती है और बड़े उपद्रव को टालने का प्रयास करती है.
पुलिस का कार्य अत्यंत ही कठिन होता है . पुलिसवाले को दिन और रात लगातार ड्यूटी करनी पड़ती है और उन्हें उनके परिश्रम और त्याग के हिसाब से उचित वेतन शायद नहीं मिल पाता है. जिस बल के कंधों पर इस देश की सुरक्षा का इतना बड़ा जिम्मा हो. जो पल्स पोलियो अभियान से लेकर प्राकृतिक आपदा एवं सांप्रदायिक दंगों से लेकर राजनीतिक उपद्रव तक में आम नागरिकों के जान माल की हिफाजत करने का बीड़ा उठाते हैं. उनको समाज और देश में उचित मान-सम्मान के साथ सही वेतन मिले इससे समाज के साथ-साथ हमारा देश और मजबूत ही होगा.
सामान्य नागरिकों की हिफाजत और जान माल की रक्षा में अपना जीवन खपा देने वाले पुलिसमैन के महान जज्बे को हमारा सलाम है…
जिस प्रकार सैनिक विदेशी शत्रुओं से देश की रक्षा करते हैं, उसी प्रकार राष्ट्र-विरोधी तत्त्वों से पुलिस हमारी रक्षा करती है । प्रत्येक राष्ट्र के अपने कानून होते हैं । देश के नागरिक उन कानूनों का पालन करते हैं ।
परन्तु कुछ लोग देश के कानून की अवहेलना कर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं, पुलिस विभिन्न अपराधों में उनका चालान कर न्यायालय में प्रस्तुत करती है । पुलिस की अनेक श्रेणियाँ होती हैं । हमारे देश में केन्द्रिय रिजर्व पुलिस, यातायात पुलिस, सामान्य पुलिस, सशस्त्र पुलिस और गुप्तचर पुलिस आदि अनेक प्रकार की पुलिस हैं । प्रत्येक राज्य में अपनी अलग अलग पुलिस है ।
पुलिस में शिक्षित, स्वस्थ और ऊँचे कद के जवान होते हैं । उन की वर्दी प्राय: खाकी होती है । प्रत्येक राज्य में कई पुलिस लाइनें होती हैं, जहाँ पुलिस के जवान रहते हैं । पुलिस चौकियों पर वे अपने कार्य काल के दौरान तैनात रहते हैं ।
पुलिस का कार्य बड़ा कठिन है । राजनेताओं की विभिन्न रैलियों के दौरान सुरक्षा और यातायात की व्यवस्था बनाये रखना, जलूसों को शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करना, हड़ताल, धरनों और बंद के दौरान असामाजिक तत्त्वों से राष्ट्र की सम्पत्ति की रक्षा करना, राजनेताओं की व्यक्तिगत सुरक्षा करना, चोर डकैतों और लुटेरों से आम नागरिक की रक्षा करना पुलिस का दायित्व है ।
पुलिस कर्मचारी चौबीस घंटे खतरों से जूझते हैं । चोर डकैतों से मुठभेड़ के दौरान घायल हो जाते हैं । भीड़ के द्वारा पथराव की स्थिति में चोट खाते हैं । सर्दी, गर्मी, बरसात में डयूटी देनी पड़ती है । विभिन्न प्रकार के अपराधियों को पकड़ना और न्यायालय में प्रस्तुत करना पुलिस का कार्य है ।
व्यक्तिगत झगड़ों में हस्तक्षेप कर समझौता कराना, चोरी गये माल को बरामद कराना भी पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आता है । अन्य कर्मचारियों की तुलना में पुलिस कर्मचारियों के वेतनमान बहुत अच्छे हैं । उन्हें एक महीने का अतिरिक्त वेतन और विशेष भत्ते भी दिये जाते हैं । उन में अधिकांश को सरकारी आवास आबंटित किये जाते हैं ।
ये सब सुविधाएं उन्हें इसलिए दी जाती है कि वे निश्चिंत होकर अपने कर्त्तव्य का पालन कर सकें । उन्हें ड्यूटी के दौरान साइकिल, मोटर साइकिल कार और जीप उपलब्ध कराई जाती है । प्रत्येक थाने में टेलीफोन की व्यवस्था है । अपराधियों से निपटने के लिए उन्हें हथियार उपलब्ध कराये जाते हैं ।
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