Political Science, asked by mdperwezalam681, 4 months ago

Prachin bhartiya rajnitik ka chintan ki bisheshtaiy bataiye?

Answers

Answered by shrutianand26
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Explanation:

राजा को सर्वोपरि स्थान : प्राचीन भारतीय राजशास्त्र की एक अन्य विशेषता यह है कि राजा के पद को अत्यधिक उच्च स्थान प्रदान किया गया है। प्रायः सभी चिन्तकों ने राजपद को दैवी माना है और राजा के दैवी गुणों का समावेश किया है। एक प्रकार से राज्य का सार ही राजा होता था। कौटिल्य ने राजा और राज्य के बीच कोई अन्तर नहीं किया।

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