Prakriti me hone wale badlaavon par kavita....
Please can anyone give me a little idea about it....
Answers
Answer:
shirshak batana he kya aapko ?
Explanation:
दुनिया न बन जाए कहीं बस आज की ताज़ा खबर
कैसा जिरहबख्तर पहन
फैला कोरोना का कहर
डर है बहुत आठो पहर.
खामोशियां हर ओर हैं
बीमारियों का शोर है
चेहरे यहां दिखते नहीं
यों मास्कमय यह भोर है
किसने यहां घोला जहर
डर है बहुत आठो पहर.
इसका न कोई रूप है
इसका न कुछ आकार है
यह है विकारों से भरा
यह विषों का आगार है
सॉंसें हैं जैसे लीज पर
जीवन है जैसे दर-ब-दर.
रेलें नहीं मेले नहीं
रिक्शे नहीं ठेले नहीं
जीवन की रेलपमेल में
ऐसे तो पल झेले नहीं
जीवन की गति अवरुद्ध है
गतिरुद्ध है सारा शहर.
कस्बे सभी सूबे सभी
डूबे हैं मंसूबे सभी
कैसी लहर यह बेरहम
सपने मगर ऊबे नहीं
है ग़ज़ल-सी यह ज़िन्दगी
खो गयी है जिसकी बहर.
कैसा समय कैसी सदी !
हर पल यहां पर त्रासदी
इक वायरस के कोप से
थम-सी गयी जीवन-नदी
दुनिया न बन जाए कहीं
बस आज की ताज़ा खबर .
फैला कोरोना का कहर
डर है बहुत आठो पहर.
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