Prani hamse Kahte hai jiyo aur jine do nibandh for 15 lines in hindi
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हमें कोई हक नहीं है कि हम किसी भी प्राणी पर किसी भी प्रकार का कोई भी अत्याचार करें क्योंकि हर प्राणी को स्वच्छंद रूप से जीने का हक है।
किसी भी प्राणी पर अत्याचार करना न केवल मानवता के खिलाफ है बल्कि वह कानूनी अपराध भी है।
प्राणी हमसे भले ही कुछ न कहते हैं उनके भी कष्ट कष्ट ही होते हैं। वह हमसे कहते हैं मन ही मन कि हे मानव जीयो और जीने दो।
किसी भी प्राणी पर अत्याचार करना न केवल मानवता के खिलाफ है बल्कि वह कानूनी अपराध भी है।
प्राणी हमसे भले ही कुछ न कहते हैं उनके भी कष्ट कष्ट ही होते हैं। वह हमसे कहते हैं मन ही मन कि हे मानव जीयो और जीने दो।
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Answer:हमें कोई हक नहीं है कि हम किसी भी प्राणी पर किसी भी प्रकार का कोई भी अत्याचार करें क्योंकि हर प्राणी को स्वच्छंद रूप से जीने का हक है।
किसी भी प्राणी पर अत्याचार करना न केवल मानवता के खिलाफ है बल्कि वह कानूनी अपराध भी है।
प्राणी हमसे भले ही कुछ न कहते हैं उनके भी कष्ट कष्ट ही होते हैं। वह हमसे कहते हैं मन ही मन कि हे मानव जीयो और जीने दो।
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