History, asked by navneetmehta2171, 11 months ago

prastut Kahani Mein Premchand Ne Gadhe Ki kin Sabha avgat visheshtaon ke Aadhar per Uske Prati route road 8 murkh Ka prayog Na Kar Kise nai ki or Sanket Kiya Hai ncert class9

Answers

Answered by sonikumari1516
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Answer:

आमतौर पर हम गधे के लिए मूर्ख शब्द का प्रयोग करते हैं। परन्तु प्रेमचंद के अनुसार गधे में सदाचार तथा साधु संतों के गुण हैं। क्योंकि जानवर हो या मनुष्य क्रोध सभी को आता है, अन्याय के प्रति आक्रोश प्राय: सभी में होता है। परन्तु एक मात्र गधा ही ऐसा प्राणी है जो सब अत्याचार चुपचाप सहन कर लेता है। हमने कभी उसे खुश होते नहीं देखा, उसके चेहरे पर एक स्थायी विषाद हमेशा छाया रहता है, कभी अन्याय के प्रति असंतोष नहीं देखा। इन सभी गुणों के बावजूद उसे बेवकूफ कहा जाता है। यह सदगुणों का अनादर ही तो है अर्थात् सीधापन संसार के लिए उपयुक्त नहीं है।

आशा है कि यह उत्तर आपके लिए मददगार हो ।

Answered by harshita31820
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Answer:

प्रेमचंद द्वारा रचित कहानी ‘दो बैलों की कथा’ में मनुष्य के पशु प्रेम तथा पुरुषों का अपने स्वामी के प्रति लगाव का सजीव चित्रण किया गया है। पशु अपने मालिक के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। हीरा - मोती की झूरी से प्रेम यही सिद्ध करता है। लेखक ने मूक पशुओं की एक दूसरे के प्रति सद्भावनाओं तथा स्वतंत्रता के लिए उनके संघर्ष का भी स्वाभाविक वर्णन किया है।

उत्तर :-

प्रस्तुत कहानी में प्रेमचंद ने गधे को सीधा , सहनशील, क्रोधी, सुख दुख में समभाव से रहने वाला प्राणी बताते हुए उसे ऋषि-मुनियों के सद्गुणों से युक्त बताया है। वे उसे एक सीधा-साधा पशुओं बताते हैं जिसके चेहरे पर कभी भी असंतोष की छाया तक नहीं दिखाई देती है और रुखा सुखा खाकर भी संतुष्ट रहता है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।

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