prayojan aur hetu mein vidwano dwara antar?
Answers
Answered by
2
Answer:
वामन इनके अनुसार काव्य के मुख्यतः दो प्रयोजन हैं - दृष्ट एवं अदृष्ट। दृष्ट प्रयोजन का संबंध प्रीति से है तो अदृष्ट का संबंध कीर्ति से। प्रीति के द्वारा लौकिक फल की तो कीर्ति द्वारा अलौकिक फल की प्राप्ति होती है।
Similar questions
Social Sciences,
1 month ago
Biology,
1 month ago
Chemistry,
1 month ago
Physics,
2 months ago
Hindi,
10 months ago