Psychology, asked by kvimalesh438, 7 months ago

PSYCHOLOGY-3 (Hons.) LNMU
मनोव्याधिकी अथवा असामान्य मनोविज्ञान की परिभाषा दीजिए तथा इसका
विषय-क्षेत्र स्पष्ट कीजिए। V.V.I.
असामान्य व्यक्ति कौन है? असामान्य व्यक्तियों में लक्षण बताइये।
असामान्यता क्या है? सामान्य और असामान्य म अन्तर बताइये। v.V.I.
असामान्यता के संबंध में विभिन्न दृष्टिकोणों की विवेचना करें। V.V.I.
हिस्टीरिया अथवा रूपान्तरित उन्माद के लक्षण और कारण बताइये। V.V.I.
उत्साह-विषाद मनोविकृति के नैदानिक स्वरूप एवं कारणों का वर्णन करें।
अथवा, द्विध्रुवीय विकृति के लक्षण और कारण बतावें। V.V.I.
सामान्य चिंता मनस्ताप के लक्षणों एवं कारणों का वर्णन करें। V.V.I.
प्रतिबल का क्या अर्थ है? इसके क्या कारण हैं?
अथवा, प्रतिबल का सामना कैसे करेंगे? इसके विभिन्न रूपों का वर्णन करें।
असामान्य मनोविज्ञान में साक्षात्कार विधि की उपयोगिता और सीमाओं का
मूल्यांकन करें। V.V.I.
0. मूल्यांकन विधि के गुण-दोषों का विवेचन करें।
1. व्यक्तित्व विकृति के अर्थ और प्रकार बतायें।
2. मनोविकारी व्यक्तित्व का नैदानिक स्वरूप या लक्षण स्पष्ट करें। V.V.I.
3. समाज-विरोधी (मनोविकारी) व्यक्तित्व के कारणों पर प्रकाश डालें।
4. मनोस्नायु दौर्बल्य की प्रकृति, कारण और निदान बताइये। VYI​

Answers

Answered by rashmitasahoo410
0

Answer:

आसामान्य मनोविज्ञान (Abnormal Psychology) मनोविज्ञान की वह शाखा है जो मनुष्यों के असाधारण व्यवहारों, विचारों, ज्ञान, भावनाओं और क्रियाओं का वैज्ञानिक अध्ययन करती है। असामान्य या असाधारण व्यवहार वह है जो सामान्य या साधारण व्यवहार से भिन्न हो। साधारण व्यवहार वह है जो बहुधा देखा जाता है और जिसको देखकर कोई आश्चर्य नहीं होता और न उसके लिए कोई चिंता ही होती है।[1]

वैसे तो सभी मनुष्यों के व्यवहार में कुछ न कुछ विशेषता और भिन्नता होती है जो एक व्यक्ति को दूसरे से भिन्न बतलाती है, फिर भी जबतक वह विशेषता अति अद्भुत न हो, कोई उससे उद्विग्न नहीं होता, उसकी ओर किसी का विशेष ध्यान नहीं जाता। पर जब किसी व्यक्ति का व्यवहार, ज्ञान, भावना, या क्रिया दूसरे व्यक्तियों से विशेष मात्रा और विशेष प्रकार से भिन्न हो और इतना भिन्न होकि दूसरे लोगों को विचित्र जान पड़े तो उस क्रिया या व्यवहार को असामान्य या असाधारण कहते हैं।

इसका विषय-वस्तु मूलतः अनाभियोजित व्यवहारों (maladaptive behaviour), व्यक्तित्व अशांति (Personality disturbances) एवं विघटित व्यक्तित्व (disorganized personality) का अध्ययन करने तथा उनके उपचार (treatment) के तरीकों पर विचार करने से संबंधित है। असामान्य मनोविज्ञान के अन्तर्गत के अन्तर्गत आने वाले कुछ महत्त्वपूर्ण विषय हैं-

नैदानिक वर्गीकरण एवं मूल्यांकन (clinical classification assessment),

असामान्य व्यवहार के सामान्य सिद्धान्त एवं मॉडल,

असामान्य व्यवहार के कारण,

स्वप्न, चिंता विकृति (Anxiety disorder),

मनोविच्छेदी विकृति, मनोदैहिक विकृति, व्यक्तित्व विकृति,

द्रव्य-संबंद्ध विकृति, मनोदशा विकृति (Mood disorder), मनोविदलता, (Schizophrenia),

व्यामोही विकृति, (Delusional disorder), मानसिक मंदन, (Mental retardation),

Explanation:

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Answered by kamde2912
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Answer:

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