Pustake Gyan ka Bhandar Hoti Hai tatha Hamari Sachi Mitra avam Guru bhi hoti hai .Hal hee mein Padi Gai apne Kisi Pustak ke Vishay Mein batate Huye likhie ki yeh aapko Pasand Kyun Aayi aur apnee usse kya Sikha . Write an essay on it in hindi .
Answers
मेरी मनपसंद पुस्तक
जैसे कि हम सबको यह ज्ञात ही है कि,
पुस्तक एक सबसे अच्छा साथी होता है ।
क्योंकि पुस्तक में ज्ञान इतनी मात्रा में
उपलब्ध है कि , हम उस भंडार कह
सकते है । मैंने हाल ही में एक पुस्तक
पढ़ी जो मुझे अत्यन्त पसंद आया साथ
ही उससे बहुत कुछ सीखने को भी मिला ।
मैंने जो पुस्तक पढ़ा उसका नाम
सीता मिथिला की योद्धा है ।
इस पुस्तक को अमीश त्रिपाठी
जी ने लिखा है । यह पुस्तक
मिथिला कि रानी सीता के
विषय में हैं ।इस पुस्तक में
सीता की पूरी जीवन यात्रा
का वर्णन है । जैसे ,सीता की
जन्म की कहानी , सीता और
मिथिला का साम्राज्य ,सीता
और राम विवाह आदि ।
प्रस्तुत पुस्तक से हमें सीता जी
का योद्धा चरित्र का वर्णन है ।
अभी तक हम एक आदर्श
पत्नी की ही रूप में सीता जी
को जानते थे। परन्तु इस किताब
को पढ़कर उनका अलग ही
तस्वीर प्रस्तुत हुआ है। उनको
एक योद्धा दर्शाया गया है ।
वह मिथिला की राज - पाठ
भी संभालती थी ।
अतः इस किताब से हमें यह
सीखने को मिलता है कि , स्त्री
होने का मतलब यह नहीं है कि ,
हम विशेष बंधनों में कैद हो
जाए । साथ ही यह भी जरूरी
नहीं है कि , केवल पुरुष ही
साम्राज्य को संभाले । स्त्री
भी कर सकती है ।