Q.2 Write a letter in Hindi in approximately 120 words on any one of the topics given below.
प्र.1 निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर हिंदी में लगभग 120 शब्दों में पत्र लिखिए
क) अपने विद्यालय के अपने प्रिय अध्यापक के गुणों का उल्लेख करते हुए मित्र को पत्र लिखिए
Answers
स्नेहा गुप्ता
331-A, विजय नगर
नई दिल्ली
17-01-2021
प्रिय नेहा
आशा है, तुम स्वस्थ और प्रसन्न होंगी । मुझे आज ही तुम्हारा पत्र मिला । पढ़कर जो प्रसन्नता हुई में शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकती। प्रिय नेहा मैं तुम्हे बताना चाहती हूं की मै यहां बिल्कुल ठीक और खुश हूं। मेरी पढ़ाई भी बहुत अच्छी चल रही है।
मेरा ये नया विद्यालय मुझे बहुत ही पसंद आया है यहां सभी लोग बहुत अच्छे है। सब एक दूसरे का बहुत ध्यान रखते है। मेरे विद्यालय के अध्यापक बहुत ज्ञानी और दानवीर है। वो हमें बहुत ही प्रेम और नर्मता से सब कुछ समझते है। हमे सही गलत में फर्क बताते है और हमारा हमेशा साथ देते है। वो हमारे दूसरे माता - पिता की तरह हमारा ध्यान रखते है। मेरे विद्यालय के अध्यापक किसी भी छात्र के साथ कोई भेदभाव नहीं करते है उनके लिए सभी छात्र एक समान है। मैं अपने आपको बहुत खुशकिस्मत समझती हूं कि मुझे इनके जैसे अध्यापक मिलें।
अगली बार जब तुम मुझसे मिलने आओगी तब मै तुम्हे सबसे मिलवाऊंगी, आशा है तुम उनसे मिलकर बहुत अच्छा महसूस करेगी। मैं तुम्हारी प्रतीक्षा करूंगी।
अगले मास तुम्हारी वार्षिक परीक्षाएं हैं। मैं लगाकर पढ़ाई करना। मेरी शुभकमनाएं हमेशा तुम्हारे साथ हैं। अपना ध्यान रखना और अंकल आंटी को मेरा प्रणाम कहना और छोटे भाई को स्नेह।
तुम्हारी अभिन्न मित्र
स्नेहा
Answer:
⚘ अनौपचारिक पत्र का प्रारूप :-
- ↝ (प्रेषक-लिखने वाले का पता)
- ↝ दिनांक …
- ↝ संबोधन …
- ↝ अभिवादन …
- ↝ पहला अनुच्छेद …(कुशल-मंगल समाचार)
- ↝ दूसरा अनुच्छेद …(विषय-वस्तु-जिस बारे में पत्र लिखना है)
- ↝ तीसरा अनुच्छेद …(समाप्ति)
- ↝ प्रापक के साथ प्रेषक का संबंध
- ↝ प्रेषक का नाम …
⚘ आवश्यक पत्र :-
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@LoveYouHindi
सठियांव
आजमगढ़, उत्तर प्रदेश
दिनांक - 2 मार्च 2021
प्रिय प्रियांश,
मैं यहाँ कुशलतापूर्वक हूँ तथा तुम और तुम्हारे माँ और पिताजी की कुशलता की कामना करता हूँ | जैसाकि तुम जानते हैं मेरा विद्यालय और छात्रावास में अब मन लग गया है | यहाँ का शिक्षा का स्तर काफी अच्छा है और छात्रावास के अनुशासन के कारण मेरी पढाई और खेलकूद दोनों नियमित हो गए हैं | इसका मुझे काफी लाभ मिल रहा है | एक अच्छे शिक्षक की कमी थी वो भी दो सप्ताह पहले पूरी हो गयी |
मेरा नये शिक्षक का नाम अनिल है | वह बलिया से हैं ,उन्होनें भी अभी कुछ दिनों पहले ही विद्यालय में प्रवेश लिया है | उनका अपने अनुशासित जीवन, हंसमुख स्वभाव और अच्छी शिक्षा प्रदान करना जैसे अनेक गुणों ने मुझे अत्यधिक प्रभावित किया है | वह किसी भी परिस्थिति में रात के दस बजे भी हमारी सहयता के लिये तत्पर रहते हैं। विद्यालय में उनको सभी छात्र बहुत पसंद करते हैं। वे भी सबको बहुत प्यार करते हैं और मुझे भी खूब मानते हैं ।
इस तरह मैं यहाँ बहुत प्रसन्न हूँ | चाचा और चाची जी को मेरा प्रणाम कहना | पत्र का नियमित जवाब देते रहना |
तुम्हारा परम मित्र
@LoveYouHindi
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