Hindi, asked by anitayadav3613729, 3 days ago

ɢᴏᴏᴅ ᴀꜰᴛᴇʀɴᴏᴏɴ ᴅᴏꜱᴛᴏ


ᴘʟᴇᴀꜱᴇ ʜᴇʟᴘ ᴍᴇ ɪɴ ᴛʜɪꜱ Qᴜᴇꜱᴛɪᴏɴ


ᴘʟᴇᴀꜱᴇ ɢɪᴠᴇ ᴛʜᴇ ᴍᴇᴀɴɪɴɢꜱ ᴏꜰ ᴛʜᴇꜱᴇ ʟɪɴᴇꜱ ɢɪᴠᴇɴ ɪɴ ᴛʜᴇ ᴀᴛᴛᴀᴄʜᴍᴇɴᴛ.

Qᴜᴇꜱᴛɪᴏɴ ɪꜱ ɪɴ ᴛʜᴇ ᴀᴛᴛᴀᴄʜᴍᴇɴᴛ

ᴅᴏɴ'ᴛ ᴄᴏᴘʏ ꜰʀᴏᴍ ɢᴏᴏɢʟᴇ ᴏʀ ꜰʀᴏᴍ ᴇʟꜱᴇᴡʜᴇʀᴇ.

ꜱᴘᴀᴍ ɴᴏᴛ ᴀʟʟᴏᴡᴇᴅ

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Answers

Answered by rutujakondamangal
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संत कबीर दास जी केह रहे हैं ,वो ऐसा सोच रहे है की अगर मतलब वो ऐसी कल्पना कर रहे है कि अगर सात समंदर को अपनी लेखनी (पेन) की स्याही की तरह समझू और में मेरे धर्तिको मतलब विश्व को एक कागज की तरह उसका इस्तमाल करू प्रयोग karu फिर भी में श्री हरि यानी कृष्ण के जो गुण है उनको लिख नहीं सकता matlab विश्व में ऐसी कोनसी भी चीज नहीं है जो श्री हरी के गुणों से तुलना कर सखे । hello bro ☺️ kaise ho ??thank you so much for solving my question ☺️

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