Biology, asked by singhshishupal830, 9 days ago


Q.6) अतुलः निर्मलं जलम्

Answers

Answered by manpandya15
1

Answer:

आँत| आतों]] में यह गति क्रमाकुंचन (=क्रम + आकुंचन / Peristalsis) कहलाती है। यह गति सारे पाचक नाल में, ग्रासनली से लेकर मलाशय तक, होती रहती है, जिससे खाया हुआ या पाचित आहार निरंतर अग्रसर होता जाता है। अन्य आशयों में तथा वाहिकाओं में भी यह गति होती है।

Similar questions