Q1 प्लाज्मा मेंब्रेन के यूनिट मेंब्रेन सिद्धांत को समझाइए!
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Explanation:
Introducer= Sc. Robertson
According to him, the cell membrane is made of a three layer sequence of protein-lipid-protein.
The external layer is a hydrophilic layer made of protein molecules of diameter 20A−25A. The middle layer is a light hydrophobic layer made of phospholipids of diameter 25A−35A.
The total breadth of the cell membrane is 65A−85A.
Introducer= Sc. Robertson
According to him, the cell membrane is made of a three layer sequence of protein-lipid-protein.
The external layer is a hydrophilic layer made of protein molecules of diameter 20A−25A. The middle layer is a light hydrophobic layer made of phospholipids of diameter 25A−35A.
The total breadth of the cell membrane is 65A−85A.
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उत्तर:-
रॉबर्टसन का यूनिट मेंब्रेन सिद्धांत :-
प्लाज्मा मेंब्रेन की संरचना के अध्ययन का सर्वाधिक श्रेय जे एच. लफ्ट हो जाता है। लफ्ट ने ओसमीयम Tetra oxide के स्थान पर potecium permagenet का उपयोग प्लाज्मा मेंब्रेन का fixation करने के लिए उपयोग किया था।
इस fixation के बाद Axon and swan cells का इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप की सहायता से अध्ययन किया गया तो तीन स्तर अलग-अलग दिखाई दिए कोशिका द्रव से जुड़े हुए सघन स्तर की मोटाई लगभग 20A° थी। इस स्तर के बाद कम सघनता वाला मध्य स्तर पाया गया है जिसकी मोटाई लगभग 35 अंगस्ट्रोम थी तथा यह स्तर भीतर की ओर से सघन स्तर से घिरा रहता है जिस की मोटाई लगभग 35 अंगस्ट्रोम थी। इस प्रकार की प्लाज्मा मेंब्रेन की मोटाई लगभग 75 अंगस्ट्रोम थी।
रॉबर्टसन ने इस प्रकार की झिल्ली को यूनिट मेंब्रेन नाम दिया क्योंकि कोशिका की अन्य संरचनाएं जैसे माइटोकॉन्ड्रिया गोलगी बॉडी एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम भी इस आधारभूत रचना को दर्शाती है।
रॉबर्टसन के इस विचार को डेनियल तथा डेविसन ने भी सही बताया तथा इसका समर्थन किया एक अन्य वैज्ञानिक स्मिथ ने एक्स किरण डिफ्रेक्शन प्रयोग से भी यह सिद्ध किया की यूनिट मेंब्रेन में दो सघन स्तर प्रोटीन के होते हैं तथा मध्य कि स्तर लिपिड स्तरों की बनी होती है रॉबर्टसन ने 1965 में एक अन्य अध्ययन में बताया कि बाहरी सघन स्तर पर म्यूकोपॉलिसैकैराइड की एक स्तर भी पाई जाती है।
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@GauravSaxena01
रॉबर्टसन का यूनिट मेंब्रेन सिद्धांत :-
प्लाज्मा मेंब्रेन की संरचना के अध्ययन का सर्वाधिक श्रेय जे एच. लफ्ट हो जाता है। लफ्ट ने ओसमीयम Tetra oxide के स्थान पर potecium permagenet का उपयोग प्लाज्मा मेंब्रेन का fixation करने के लिए उपयोग किया था।
इस fixation के बाद Axon and swan cells का इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप की सहायता से अध्ययन किया गया तो तीन स्तर अलग-अलग दिखाई दिए कोशिका द्रव से जुड़े हुए सघन स्तर की मोटाई लगभग 20A° थी। इस स्तर के बाद कम सघनता वाला मध्य स्तर पाया गया है जिसकी मोटाई लगभग 35 अंगस्ट्रोम थी तथा यह स्तर भीतर की ओर से सघन स्तर से घिरा रहता है जिस की मोटाई लगभग 35 अंगस्ट्रोम थी। इस प्रकार की प्लाज्मा मेंब्रेन की मोटाई लगभग 75 अंगस्ट्रोम थी।
रॉबर्टसन ने इस प्रकार की झिल्ली को यूनिट मेंब्रेन नाम दिया क्योंकि कोशिका की अन्य संरचनाएं जैसे माइटोकॉन्ड्रिया गोलगी बॉडी एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम भी इस आधारभूत रचना को दर्शाती है।
रॉबर्टसन के इस विचार को डेनियल तथा डेविसन ने भी सही बताया तथा इसका समर्थन किया एक अन्य वैज्ञानिक स्मिथ ने एक्स किरण डिफ्रेक्शन प्रयोग से भी यह सिद्ध किया की यूनिट मेंब्रेन में दो सघन स्तर प्रोटीन के होते हैं तथा मध्य कि स्तर लिपिड स्तरों की बनी होती है रॉबर्टसन ने 1965 में एक अन्य अध्ययन में बताया कि बाहरी सघन स्तर पर म्यूकोपॉलिसैकैराइड की एक स्तर भी पाई जाती है।
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@GauravSaxena01
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