Q4. What is crop rotation and how is it useful?
30 points but also explain it in Hindi and answer in English needed urgent plz plz plz help
Answers
Answer:
Crop rotation is the practice of planting different crops sequentially on the same plot of land to improve soil health, optimize nutrients in the soil, and combat pest and weed pressure. For example, say a farmer has planted a field of corn.
Explanation:
विभिन्न फसलों को किसी निश्चित क्षेत्र पर, एक निश्चित क्रम से, किसी निश्चित समय में बोने को सस्य आवर्तन (सस्यचक्र या फ़सल चक्र (क्रॉप रोटेशन)) कहते हैं। इसका उद्देश्य पौधों के भोज्य तत्वों का सदुपयोग तथा भूमि की भौतिक, रासायनिक तथा जैविक दशाओं में संतुलन स्थापित करना है।
Answer:
Crop rotation helps to maintain soil structure and nutrient levels and to prevent soilborne pests from getting a foothold in the garden. When a single crop is planted in the same place every year, the soil structure slowly deteriorates as the same nutrients are used time and time again.
Explanation:
विभिन्न फसलों को किसी निश्चित क्षेत्र पर, एक निश्चित क्रम से, किसी निश्चित समय में बोने को सस्य आवर्तन (सस्यचक्र या फ़सल चक्र (क्रॉप रोटेशन)) कहते हैं। इसका उद्देश्य पौधों के भोज्य तत्वों का सदुपयोग तथा भूमि की भौतिक, रासायनिक तथा जैविक दशाओं में संतुलन स्थापित करना है।
एक प्रायोगिक खेत पर सस्य आवर्तन का प्रभाव : बायें खेत में आलू-जई-नीवारिका-मटर सस्यचक्र अपनाकर खेती की जा रही है; दायें खेत में पिछले ४५ वर्षों से केवल नीवारिका ही उगायी जा रही है।