Hindi, asked by BrainlyHelper, 1 year ago

Question 1:
बादलों के आने पर प्रकृति में जिन गतिशील क्रियाओं को कवि ने चित्रित किया है, उन्हें लिखिए।
Class 9 NCERT Hindi Kshitij Chapter मेघ आए

Answers

Answered by nikitasingh79
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सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता ‘मेघ आए’ प्राकृतिक सौंदर्य से युक्त कविता है। इसमें कवि ने बादलों के आने को एक मेहमान के रूप में पेश किया है। कवि ने आकाश में मेघों के आने का वर्णन की तुलना गांव में सज सवंरकर आने वाले दमाद के साथ की है। जिस प्रकार दमाद के आने पर गांव में प्रसन्नता का वातावरण उत्पन्न हो जाता है उसी प्रकार मेघा के आने पर धरती के प्राकृतिक उपादान उमंग में झूम उठते हैं।

उत्तर :
बादलों के आने पर प्रकृति प्रसन्नता से भर कर जिस प्रकार नाच उठती है उससे अनेक गतिशील क्रियाएं प्रकट होती हैं। बादल के आने पर प्रकृति में अनेक परिवर्तन होते हैं और पृथ्वी पर खुशी का वातावरण छा जाता है। हवा नाचती-गाती चलने लगती है। पेड़ झुक कर गर्दन उचकाये  झांकने लगते है। धूल रूपी आंधी घाघरा उठाकर भागने लगती है। नदी भी कुछ देर के लिए ठिठकी जाती है और तिरछी नजरों से बादलों को देखने लगती है। बूढ़े पीपल का पेड़ झूम-झूमकर बादलों का स्वागत करता है। लता दरवाजे की ओट से मेघों से विरहा की अग्नि में जलने की शिकायत करती है। तालाब थाल में पानी भरकर स्वागत के लिए लाता है। आसमान में बिजली चमक चमक कर क्षितिज रूपी अटारी पर चढ़कर बैठ जाती है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।
Answered by wachimsiddique33
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Answer:

बादलों के आने पर प्रकृति के निम्नलिखित क्रियाओं को कवि ने चित्रित किया है -

(1) बादल मेहमान की तरह बन-ठन कर, सज-धज कर आते हैं।

(2) उसके आगमन की सूचना देते हुए आगे-आगे बयार चलती है।

(3) उनके आगमन की सूचना पाते ही लोग अतिथि सत्कार के लिए घर के दरवाज़े तथा खिड़कियाँ खोल देते हैं।

(4) वृक्ष कभी गर्दन झुकाकर तो कभी उठाकर उनको देखने का प्रयत्न कर रहे हैं।

(5) आँधी के आने से धूल का घाघरा उठाकर भागना।

(6) प्रकृति के अन्य रुपों के साथ नदी ठिठक गई तथा घूँघट सरकाकर आँधी को देखने का प्रयास करती है।

(7) सबसे बड़ा सदस्य होने के कारण बूढ़ा पीपल आगे बढ़कर आँधी का स्वागत करता है।

(8) ग्रामीण स्त्री के रुप में लता का किवाड़ की ओट से देर से आने पर उलाहना देना।

(9) तालाब मानो स्वागत करने के लिए परात में पानी लेकर आया हो।

(10) इसके बाद आकाश में बिजली चमकने लगी तथा वर्षा के रुप में उसके मिलन के अश्रु बहने लगे।

Explanation:

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