Question 3:
राम और लक्ष्मण ने महाराज दशरथ के निर्णय को खुशी-खुशी स्वीकार किया। तुम्हारी समझ में इसका क्या कारण रहा होगा?
Class 6 NCERT Hindi chapter “बाल - राम कथा”
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उत्तर :-
मेरे विचार में राम और लक्ष्मण दशरथ के निर्णय अर्थात राम का वनवास जाने को स्वीकार किया होगा क्योंकि यह एक महाराज की और उनके पिता की आज्ञा थी। वे अपने पिता की आज्ञा का पालन करना अपना कर्तव्य समझते थे। उन्होंने यह संस्कार पाए थे कि पिता की आज्ञा से बढ़कर कोई अन्य धर्म नहीं है। वे बुढ़ापे की अवस्था में अपने पिता को कष्ट नहीं पहुंचाना चाहते थे। इसके अतिरिक उन्हें महर्षि की सेवा करने, उनके साथ जगह जगह घूमने तथा उनसे शिक्षा प्राप्त करने का अवसर भी मिल सकता था।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
मेरे विचार में राम और लक्ष्मण दशरथ के निर्णय अर्थात राम का वनवास जाने को स्वीकार किया होगा क्योंकि यह एक महाराज की और उनके पिता की आज्ञा थी। वे अपने पिता की आज्ञा का पालन करना अपना कर्तव्य समझते थे। उन्होंने यह संस्कार पाए थे कि पिता की आज्ञा से बढ़कर कोई अन्य धर्म नहीं है। वे बुढ़ापे की अवस्था में अपने पिता को कष्ट नहीं पहुंचाना चाहते थे। इसके अतिरिक उन्हें महर्षि की सेवा करने, उनके साथ जगह जगह घूमने तथा उनसे शिक्षा प्राप्त करने का अवसर भी मिल सकता था।
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hay!!
Dear friend -
राम और लक्ष्मण ने महाराज दशरथ के निर्णय को खुशी-खुशी स्वीकार किया तुम्हारी समझ में इसका क्या कारण रहा होगा?
it's ur answer -
_________________________________________
राम और लक्ष्मण ने महाराज दशरथ के निर्णय को खुशी-खुशी स्वीकार इसलिए किया क्योंकि यह एक महाराज के साथ-साथ उनके पिता की भी आज्ञा थी और उन्होंने अपने पिता के आज्ञा का उल्लंघन करना नहीं सीखा था वह हमेशा अपने पिता के आज्ञा का पालन करते थे वह अपने पिता के आज्ञा का पालन करना अपना धर्म मानते थे और उन्हें इसी बहाने रावण का विनाश भी करना था इसलिए उन्होंने अपने पिता की आज्ञा का पालन किया होगा
I hope it's help you
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राम और लक्ष्मण ने महाराज दशरथ के निर्णय को खुशी-खुशी स्वीकार किया तुम्हारी समझ में इसका क्या कारण रहा होगा?
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