Hindi, asked by BrainlyHelper, 1 year ago

Question 4:
जवारा के नवाब के साथ अपने पारिवारिक संबंधों को लेखिका ने आज के संदर्भ में स्वप्न जैसा क्यों कहा है?
Class 9 NCERT Hindi Kshitij Chapter मेरे बचपन के दिन

Answers

Answered by nikitasingh79
159
‘मेरे बचपन के दिन’ पाठ में महादेवी वर्मा ने अपने बचपन की यादों को प्रस्तुत किया है। यह पाठ एक संस्मरण के रूप में है। लेखिका अपने परिवार में लगभग 200 वर्ष बाद पैदा होने वाली लड़की थी इसलिए उनके जन्म पर सबको बहुत खुशी हुई। इसमें लेखिका ने अपने बचपन की उन दिनों का वर्णन किया है जब वे विद्यालय में पढ़ रही थी। इस संस्करण में उन्होंने लड़कियों के प्रति सामाजिक रवैया ,विद्यालय की सहपाठिनें , छात्रावास का जीवन और स्वतंत्रता आंदोलन के संघर्ष के घटनाओं का अत्यंत मार्मिक वर्णन किया है।

उत्तर :-

लेखिका ने जवारा के नवाब के साथ अपने पारिवारिक संबंधों को अत्यंत मधुर बताया है ।वह उनके लड़कों को राखी बांधी थी तथा उनकी पत्नी को ताई कहती थी। नवाब के बच्चे इनकी माता जी को चचीजान कहते थे। वे आपस में मिल जुलकर सभी त्यौहार मनाते थे। दोनों परिवारों के बच्चों के जन्मदिन एक दूसरे के घर बनाए जाते थे । उनके बीच सांप्रदायिक भेदभाव नहीं था। लेकिन आज का वातावरण इतना अधिक विषाक्त हो गया है कि सभी अपने अपने संप्रदाय के संकुचित दायरे तक सीमित हो गए हैं। इसलिए लेखिका को अपने बचपन के दिनों में जवारा के नवाब के साथ अपने परिवार के आत्मिक संबंध ख्वाब जैसे लगते हैं।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
Answered by CBSEMP
31
pahale hindu aur muslim do sambandh mein aaj ke jaisa bhedabhaav nahin tha. hindu aur muslim ek ek desh mein pyaar poorvak rahate the. svatantrata ke pashchaat hindu aur muslim samndhon mein badalaav aa gaya hai. udaaharan svaroop - jvaara ke navaab ke saath mahaadevee varma ke paarivaarik sambandh sage-sambandhiyon se bhee adhik badhate the. javaara kee begam svayan ko mahaadevee kee taee samajhatee thee aur unhonne hee inake bhaee ka naamakaran bhee kiya. ve har tyohaar par unake saath ghulamil ja raha tha. begam saahiba ke ghar mein avashy bolee ja raha tha. parantu hindee aur urdoo bhee chalatee thee. pahale paryaavaran mein jitanee nikatata tha, vah ab sapana ho gaya hai. aise mein aatmeey sambandhon kee aaj ke samay mein kalpana bhee nahin ja sakatee hai.

I hope this help u
Similar questions