Question 4:
सखी ने गोपी से कृष्ण का कैसा रूप धरण करने का आग्रह किया था? अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
Class 9 NCERT Hindi Kshitij Chapter सवैये
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रसखान कृष्ण भक्ति काव्य के सुप्रसिद्ध कवि है। ‘सवैये’ में कृष्ण भक्त रसखान श्री कृष्ण भूमि के प्रति समर्पण का भाव व्यक्त करते हुए कहते हैं कि यदि मैं मनुष्य रूप में जन्म लूं तो मैं ब्रजक्षेत्र के गोकुल गांव में ग्वालों के बीच जन्म लूं। कवि ने श्री कृष्ण के प्रति अपने अनन्य प्रेम को प्रकट किया है ।वे हर अवस्था में अपने ब्रजक्षेत्र और अपने इष्ट को प्राप्त करना चाहते हैं।
उत्तर :-
सखी ने गोपी से श्री कृष्ण जैसी वेशभूषा और रूप धारण करने का आग्रह किया है। सिर पर मोर पंख, गले में गुंज माला, तन पर पीतांबर और हाथ में लाठी लेकर ग्वालों के साथ घूमने के लिए कहा है। ऐसा करके वे श्रीकृष्ण की यादों को ताजा बनाए रखना चाहती हैं।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
उत्तर :-
सखी ने गोपी से श्री कृष्ण जैसी वेशभूषा और रूप धारण करने का आग्रह किया है। सिर पर मोर पंख, गले में गुंज माला, तन पर पीतांबर और हाथ में लाठी लेकर ग्वालों के साथ घूमने के लिए कहा है। ऐसा करके वे श्रीकृष्ण की यादों को ताजा बनाए रखना चाहती हैं।
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यहां संकलित पहले और दूसरे सवैये में कृष्ण और कृष्ण भूमि के प्रति कवि का अनन्य संपर्क भाव व्यक्त हुआ है तीसरे छंद में कृष्ण के रूप सौंदर्य के प्रति गोपियों की उस मुग्धता का चित्रण है जिसमे वे स्वयं कृष्ण का रूप धारण कर लेना चाहती हैं 4 छंद में कृष्ण की मुरली की धुन और उनकी मुस्कान के अचूक प्रभाव तथा गोपियों की विवशता का वर्णन है.
उत्तर
सखी ने गोपी से सिर के ऊपर मोरपंख और गले में गुंजा की माला धारण कीए शरीर पर पीतांबर ओढ़े और हाथ में गायों को चराने की लकुटी लिए ग्वाल बालों के साथ वन में विचरण करते हुए कृष्ण का रूप धारण करने का आग्रह किया है.
आशा है यह उत्तर आपकी मदद करेगा
उत्तर
सखी ने गोपी से सिर के ऊपर मोरपंख और गले में गुंजा की माला धारण कीए शरीर पर पीतांबर ओढ़े और हाथ में गायों को चराने की लकुटी लिए ग्वाल बालों के साथ वन में विचरण करते हुए कृष्ण का रूप धारण करने का आग्रह किया है.
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