Hindi, asked by BrainlyHelper, 1 year ago

Question 6:
'लेकिन औरत जात पर सींग चलाना मना है, यह भूल जाते हो।'- हीरा के इस कथन के माध्यम से स्त्री के प्रति प्रेमचंद के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।
Class 9 NCERT Hindi Kshitij Chapter दो बैलों की कथा

Answers

Answered by nikitasingh79
495
प्रेमचंद द्वारा रचित कहानी ‘दो बैलों की कथा’ में मनुष्य के पशु प्रेम तथा पुरुषों का अपने स्वामी के प्रति लगाव का सजीव चित्रण किया गया है। पशु अपने मालिक के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। हीरा - मोती की झूरी से प्रेम यही सिद्ध करता है। लेखक ने मूक पशुओं की एक दूसरे के प्रति सद्भावनाओं तथा स्वतंत्रता के लिए उनके संघर्ष का भी स्वाभाविक वर्णन किया है।

उत्तर :-
लेखक ने हीरा के इस कथन के माध्यम से इस ओर इशारा किया है कि हमारे समाज में स्त्री को सदा सताया जाता है। उसे पुरुष की दासी के रूप में चित्रित किया जाता है, जिसे सब प्रकार से मारने पीटने का अधिकार पुरुष के पास होता है। स्त्री का अपना कोई वजूद नहीं होता है। उसे पुरुष की इच्छा अनुसार अपना जीवन व्यतीत करना पड़ता है। स्त्री को हमेशा पुरुष पर निर्भर रहना पड़ता है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
Answered by aravindhasai1234
33

Answer:

प्रेमचंद द्वारा रचित कहानी ‘दो बैलों की कथा’ में मनुष्य के पशु प्रेम तथा पुरुषों का अपने स्वामी के प्रति लगाव का सजीव चित्रण किया गया है। पशु अपने मालिक के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। हीरा - मोती की झूरी से प्रेम यही सिद्ध करता है। लेखक ने मूक पशुओं की एक दूसरे के प्रति सद्भावनाओं तथा स्वतंत्रता के लिए उनके संघर्ष का भी स्वाभाविक वर्णन किया है।

उत्तर :-

लेखक ने हीरा के इस कथन के माध्यम से इस ओर इशारा किया है कि हमारे समाज में स्त्री को सदा सताया जाता है। उसे पुरुष की दासी के रूप में चित्रित किया जाता है, जिसे सब प्रकार से मारने पीटने का अधिकार पुरुष के पास होता है। स्त्री का अपना कोई वजूद नहीं होता है। उसे पुरुष की इच्छा अनुसार अपना जीवन व्यतीत करना पड़ता है। स्त्री को हमेशा पुरुष पर निर्भर रहना पड़ता है।

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Explanation:

प्रेमचंद द्वारा रचित कहानी ‘दो बैलों की कथा’ में मनुष्य के पशु प्रेम तथा पुरुषों का अपने स्वामी के प्रति लगाव का सजीव चित्रण किया गया है। पशु अपने मालिक के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। हीरा - मोती की झूरी से प्रेम यही सिद्ध करता है। लेखक ने मूक पशुओं की एक दूसरे के प्रति सद्भावनाओं तथा स्वतंत्रता के लिए उनके संघर्ष का भी स्वाभाविक वर्णन किया है।

उत्तर :-

लेखक ने हीरा के इस कथन के माध्यम से इस ओर इशारा किया है कि हमारे समाज में स्त्री को सदा सताया जाता है। उसे पुरुष की दासी के रूप में चित्रित किया जाता है, जिसे सब प्रकार से मारने पीटने का अधिकार पुरुष के पास होता है। स्त्री का अपना कोई वजूद नहीं होता है। उसे पुरुष की इच्छा अनुसार अपना जीवन व्यतीत करना पड़ता है। स्त्री को हमेशा पुरुष पर निर्भर रहना पड़ता है।

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