रेडियोऐक्टिवता से आप क्या समझते हैं? रेडियोऐक्टिवता में एल्फा तथा बीटा क्षय की व्याख्या कीजिये। ।
Answers
Answered by
0
इस प्रक्रिया मे प्रमाणु कणों और विधुत चुंबकीय विकरण के उत्सर्जन से अस्थिर प्रमाणु नाभिक का अपने आप क्षय और परिवर्तन होता है|
तीन साधारण प्रकार के क्षय अल्फ़ा क्षय, बीटा क्षय और गामा क्षय है जिनमे सभी मे एक या अधिक कण का उत्सर्जन होता है|
Explanation:
अल्फ़ा क्षय का रेडियोधर्मी विघटन अस्थिर प्रमाणु नाभिक अन्यास से एक अल्फ़ा कण को खारिज़ कर के अतिरिक्त उर्ज़ा को नष्ट कर देता है | क्यूकी अल्फ़ा कणों मे दो धनात्मक आवेश होता है और चार इकाई का द्रव्यमान होता है | उनके नाभिक से निकालने वाला उत्सर्जन एक नयी नाभिक पैदा करता है और नयी नाभिक की उनकी प्रमाणु संख्या दो इकाई और प्रमाणु का द्रव्यमन चार इकाई कम होता है |
कोई भी रेडियोधर्मी विघटन तीन परक्रिया मे से इसके ज़रिय अस्थिर प्रमाणु नाभिक स्वयम् अतिरिक्त उर्जा को नष्ट करे और एक इकाई धनात्मक आवेश मे बदल जाए बिना प्रमाणु संख्या मे बदले उसे ही रेडियोधर्मी का बीटा क्षय कहते है|
Similar questions