रोगाणुवाहकों जैसे मच्छर,मक्खी आदि से होने वाली बीमारियों (Vector Borne Diseases) एवं इनकी रोकथाम की सूची बनाइए।जैसे-सूची1-बीमारी, सूची2-कारक, सूची3-रोकथाम के उपाय।
Answers
मक्खी से होने वाली बीमारियाँ :
कालरा, हेपेटाइटिस, टाइफाइड और पीलिया हैजा जैसे बीमारियाँ हो सकती है|
कारक
पेट रोगों के लिए मक्खी जिम्मेदार है। मक्खी जितनी बार जहाँ-जहाँ बैठती वहीं विष्टा करती है। अगर घर की रसोई में रखे किसी खाद्य पदार्थ पर यदि वह कई बार बैठती और उड़ती है तो वह उतनी ही बार अपना मल छोड़ जाती है।
मक्खी से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए उपाय :
हमें अपने घर पर सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए |
अपने भोजन वाली सामग्री को हमेशा ढक कर रखना चाहिए |
अपने घर के आस-पास जगह को साफ-सुथरा रखना चाहिए |
घरों के बहार कूड़ा नहीं फेकना चाहिए |
मच्छर से होने वाली बीमारियाँ :
मलेरिया - यह प्लाज्मोडियम नामक जीवाणु की वजह से होता है, जो एनाफ्लीज नामक मच्छर के काटने के कारण शरीर में फैलता है।
कारक: मलेरिया रोग होने के कारण बुखार, सिर दर्द, शरीर में अकड़न, उल्टी आना, बेहोशी व दौरे पड़ते है। इसके अलावा पेशाब का गहरे पीले रंग का होना और सांस लेने में तकलीफ होना, इस रोग के अन्य लक्षण हैं।
चिकनगुनिया- चिकनगुनिया एक वायरल रोग है, जो संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है।
कारक: चिकनगुनिया रोग के मुख्य लक्षण बुखार, शरीर पर लाल रेश, और जोड़ों का दर्द होते हैं।
डेंगू - डेंगू वायरस से होने वाली बीमारी है, जो एडीज नामक मच्छर के काटने से होती है।
कारक: डेंगू होने से शरीर में तेज बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, शरीर व आंखों में दर्द होना, पेट में दर्द और उल्टी आना इस रोग के प्रमुख लक्षण हैं। शरीर पर सूजन होना, शरीर पर लाल रंग के चकत्ते पड़ना, सांस लेने में तकलीफ, भूख न लगना और गंभीर स्थिति में शरीर के विभिन्न अंगों से रक्तस्राव होना भी होता है|
मच्छर से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए उपाय :
बारिश के दिनों में फुल शर्ट ही पहनें | पांवों में जूते जरूर पहन कर रखे | शरीर को कहीं से भी खुला ना छोड़ें.
घर के आसपास या घर के अंदर पानी को जमा ना होने दें | कूलर, गमले, टायर इत्यादि में जमे पानी को तुरंत बहा दें |
मच्छरदानी का उपयोग करें और मच्छरों को दूर करें |
घर के अंदर सभी जगहों में हफ्ते में एक बार मच्छरनाशक दवाई का छिड़काव जरूर करें। डाइनिंग टेबल में सजाने के लिए रखे फूलों या फूलों के बर्तन में पानी रोज बदलें|