राजा ने साधारण स्वागत का कारण
विस्वमिति मायांश को पहका पृष्ठे अशा प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
कर में निकाल दिया। उनके इस अहंकारपूर्ण कृत्य से
रखी होकर राजपडित व उनका माच घोर दिया। धीर-धीर या खात पर गय में फैल गई। लोग तर
। राजा अपने मोक्य, सरल, सजन संवधी को सिा नहीं कर सकता, वह प्रजा की रक्षा के
की रक्षा नहीं कर सकता, वह अजा की रक्षा कैसे करेगा लोग राजा की
का गल्लघन करने लगे। इस स्थिति का लाभ उयका पहासी गजा ने आज मन के
इस स्थिति का लाभ उसका पासा गजा ने आक्रमन कर दिया। प्रसिचेत मना नकर शत्रु का
अकादनाकरन कला चल गई। मार्ग में महर्षि गिराका आधारमा मात्र यह महति में मिलने कालिएक
शासकीचित स्वागत की तैयारी की, पर तभी उन्हें पता चला कि महाग में गनी का परित्याग
तमाह पता चला कि महाराज ने गनी का परित्याग कर दिया है, तो उन्हाने म्बामन का
सारी तैयारियाँ स्थगित कर दी और उनकी आवभगत एक साधारण नागरिक ही नाह की। गजा ने सा
पता महावन कहा गजनी पत्नी का परिणाम करना बस और वह कडा कान में पति की मयादा बस हा
ह, जस आप का। एक राजा के नाते आपको महस्य और पारिवारिक जीवन में मोच्च आदर्श प्रस्तुत करने चासिक
रसा नहीं किया। हमत्तिा आप प्रजा की नजर में भी गिर गए। वैसे देर अब मी नहीं हुई है। आप इसे सुधार सकत
बात सुनकर राजा को अपने किरा पर पछतावा हआ। सने रानी को वापस बुलाया आ
का पर पछतावा वा। सन गनी को वापस चलाया और अपने बहार के लिए उसस क्षमा मागी।
3) प्रजाजन राजा के विषय में क्या कहने लगे
1) महर्षि आगरा ने गजा को क्या समझाया
(iii) (क) गयाश के लिए उपयुक्त शीपक लिखिए।
(ख) 'महायं का सचि-विच्छेद कीजिए।
(i) महर्षि अगिय ने राजा के स्वागत की तैयारियों स्थगित क्या कर दी।
) राजा ने क्या अधर्म किया था?
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c
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