रोजगार पर अनुच्छेद
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Explanation:
यह रोजगार अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान करता है। आज के समय में लोग घरों से भी कार्य करते है जो कि घरेलु रोजगार है। महिलाओं ने भी रोजगार कमाने के लिए बाहर जाना शुरू कर दिया है ताकि वो अपने और अपने परिवार की जरूरतों को पूरा कर सके और उन्हें बेहतर जीवन दे सके। रोजगार प्रत्यक्ष रूप से शिक्षा से जुड़ा हुआ है। अगर कोई व्यक्ति रोजगार कमाना चाहता है तो उसका शिक्षित होना जरूरी है, उसे उस क्षेत्र का ग्यान होना चाहिए जिसमें वह कार्य करता है। सरकार ने लोगो को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देना भी शुरू किया है ताकि वो कौशल बन सके और रोजगार कमा सके।
Rojgar Essay in Hindi Language – रोजगार पर निबंध ( 500 words )
रोजगार हमारी मुलभुत आवश्यकता है। रोटी,कपड़ा ,मकान मनुष्य की सबसे बड़ी जरूरत है लेकिन वह भी हम बिना रोजगार के नहीं हासिल कर सकते। रोजगार का अर्थ है ऐसा कोई भी साधन जिससे हम अपनी जीविका चला सके। हर व्यक्ति को अपने जीवन में रोजगार को कोई न कोई माध्यम चुनना पड़ता है। रोजगार केवल हमें धन नहीं देता बल्कि ग्यान और उन्नति का अवसर भी देता है।
भारत एक कृषि प्रधान देश है जहाँ के अधिकतर लोग खेती के माध्यम से जीविका चलाते है। लोग बहुत सारी कंपनियो में भी काम करते है जो उन्हें मासिक वेतन देती है। इसे वेतन रोजगार भी कह सकते है। कुछ लोग स्वरोजगार भी कमाते है जिसे वो खुद शुरू करते है। यह रोजगार अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान करता है। आज के समय में लोग घरों से भी कार्य करते है जो कि घरेलु रोजगार है। महिलाओं ने भी रोजगार कमाने के लिए बाहर जाना शुरू कर दिया है ताकि वो अपने और अपने परिवार की जरूरतों को पूरा कर सके और उन्हें बेहतर जीवन दे सके। काम चाहे छोटा हो या बढ़ा लेकिन लोगों को रोजगार दिलाता है। लोगों का काम उनकी रोजी रोटी है। डॉक्टर, इंजीनियर, व्यापारी आदि बहुत से साधन है जीविका चलाने के।
रोजगार प्रत्यक्ष रूप से शिक्षा से जुड़ा हुआ है। अगर कोई व्यक्ति रोजगार कमाना चाहता है तो उसका शिक्षित होना जरूरी है, उसे उस क्षेत्र का ग्यान होना चाहिए जिसमें वह कार्य करता है। सरकार ने लोगो को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देना भी शुरू किया है ताकि वो कौशल बन सके और रोजगार कमा सके। सबसे पहले सरकार द्वारा ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना शुरू की गई थी जिसमें गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवार में से किसी एक व्यस्क सदस्य को साल के 50 से 100 दिन गाँव के आस पास रोजगार निश्चित रूप से दिलाया जाता है। हमारी वर्तमान सरकार ने भी प्रधानमंत्री रोजगार योजना को शुरू किया है जिसके अंदर लोगों को कम दर पर ब्याज दिया जाता है ताकि लोग बैंको से पैसा लेकर अपना कोई छोटा उद्योग या व्यवसाय शुरू करके रोजगार कमा सके।
सरकार ने मेक इन इंडिया जैसी कई योजनाएँ शुरू कि है जिसमें उन्होंने लोगों को अपने काम शुरू करने की मदद की ताकि वो अपने साथ साथ औरों को भी रोजगार दिला सके। साथ ही विदेशी कंपनियों को भी भारत में निवेश करना शुरू किया है और रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है। बेरोजगारी को खत्म करने का सबसे कारगर उपाय स्वरोजगार ही है। भारत जैसे देश में जनसंख्या ज्यादा होने के कारण बेरोजगारी बढ़ी जल्दी से बढ़ रही है और देश की अर्थव्यवस्था को खराब कर रही है। रोजगार न मिलने के कारण लोग अपनी जीविका चलाने के लिए गलत कामों का सहारा लेते है जिससे कि अपराध बढ़ते है। हमें और सरकार को मिलकर रोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करने होंगे। लोगों को शिक्षा की तरफ ध्यान देना होगा ताकि वो अपनी शिक्षा के बल पर रोजगार प्राप्त कर सके।
हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध
Answer:
न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में बेरोजगारी एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है। वहां सैकड़ों और हजारों लोग ऐसे हैं, जिनके पास रोजगार नहीं है। इसके अलावा, बढ़ती जनसंख्या और नौकरियों की मांग के कारण भारत में बेरोजगारी की समस्याएं बहुत गंभीर हैं। इसके अलावा, अगर हम इस समस्या की उपेक्षा करते हैं तो यह राष्ट्र के कयामत का कारण बनने जा रहा है।बेरोजगारी क्या है?
बेरोजगारी एक ऐसी स्थिति को संदर्भित करती है जिसमें एक कुशल और प्रतिभाशाली लोग नौकरी करना चाहते थे। लेकिन कई कारणों से एक उचित नौकरी नहीं मिल सकती है।
बेरोजगारी के प्रकार
अब हम जानते हैं कि बेरोजगारी क्या है लेकिन बेरोजगारी का मतलब केवल यह नहीं है कि व्यक्ति के पास नौकरी नहीं है। इसी तरह, बेरोजगारी में उनकी विशेषज्ञता से बाहर के क्षेत्रों में काम करने वाले लोग भी शामिल हैं।
विभिन्न प्रकार की बेरोजगारी में प्रच्छन्न बेरोजगारी, मौसमी बेरोजगारी, खुली बेरोजगारी, तकनीकी बेरोजगारी, संरचनात्मक बेरोजगारी शामिल हैं। इसके अलावा, कुछ अन्य बेरोजगारी चक्रीय बेरोजगारी, शिक्षित बेरोजगारी, बेरोजगारी, घर्षण बेरोजगारी, पुरानी बेरोजगारी और आकस्मिक बेरोजगारी है।
इन सबसे ऊपर, मौसमी बेरोजगारी, बेरोजगारी के तहत, और प्रच्छन्न बेरोजगारी सबसे आम बेरोजगारी है जो भारत में पाई जाती है।
बेरोजगारी के कारण
भारत जैसे देश में, आबादी के एक बड़े हिस्से के बेरोजगार होने का बहुत कारण है। इनमें से कुछ कारक हैं जनसंख्या वृद्धि, धीमी आर्थिक वृद्धि, मौसमी पेशा, आर्थिक क्षेत्र की धीमी वृद्धि और कुटीर उद्योग में गिरावट।
इसके अलावा, ये भारत में बेरोजगारी के प्रमुख कारण हैं। साथ ही, स्थिति इतनी कठोर हो गई है कि उच्च शिक्षित लोग स्वीपर का काम करने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा सरकार उनके काम को गंभीरता से नहीं ले रही है।
इन सबके अलावा, आबादी का एक बड़ा हिस्सा कृषि क्षेत्र में लगा हुआ है और यह क्षेत्र केवल फसल या वृक्षारोपण के समय में रोजगार प्रदान करता है।
इसके अलावा, भारत में बेरोजगारी का सबसे बड़ा कारण इसकी विशाल आबादी है जो हर साल बड़ी संख्या में नौकरियों की मांग करती है जो सरकार और प्राधिकरण प्रदान करने में असमर्थ हैं।
बेरोजगारी का परिणाम
अगर हालात मौजूदा परिदृश्य की तरह आगे बढ़ेंगे तो बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा बन जाएगा। इसके अलावा, निम्न चीजें एक अर्थव्यवस्था में होती हैं जो गरीबी में वृद्धि, अपराध दर में वृद्धि, श्रम का शोषण, राजनीतिक अस्थिरता, मानसिक स्वास्थ्य और कौशल की हानि है। परिणामस्वरूप, यह सब अंततः राष्ट्र के निधन का कारण बनेगा।