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राक्षस का सही वर्ण विच्छेद​

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वर्ण-विच्छेद (Varn Vichhed)

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Team Leverage Edu

जून 3, 2021

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हिंदी व्याकरण में समास, संधि, मुहावरे, Clauses in Hindi (उपवाक्य), पर्यायवाची शब्द, Sarvarnam in hindi आदि हम पढ़ते हैं उनमें से एक विषय है Varn Viched in Hindi इसके बारे में भी छोटी कक्षाओं से बड़ी कक्षाओं तक पूछा जाता है जिसके बारे में आज हम इस ब्लॉग में सारी जानकारी लेने वाले हैं। शब्द को रचना को समझने के लिए शब्द के वर्णों को अलग- अलग करके दिखाने की प्रक्रिया ही ‘वर्ण विच्छेद’ (varn vichhed)कहलाती है। जैसे- तुलसी =त्+ उ+ल्+ अ+ स्+ ई , किनारा= क्+इ+न्+आ+र्+आ आदि ।

Check it: Self introduction in Hindi

वर्ण-विच्छेद की परिभाषा

वर्ण-विच्छेद यानी वर्णों को अलग-अलग करना। किसी शब्द (वर्णों के सार्थक समूह) को अलग-अलग लिखने की प्रक्रिया को वर्ण-विच्छेद कहते हैं।

सबसे पहले यह जान लेना आवश्यक है कि वर्ण कितने प्रकार के होते हैं?

वर्ण दो तरह के होते हैं –

1) स्वर

2) व्यञ्जन

इसका अर्थ यह हुआ कि वर्ण-विच्छेद में हमें शब्दों को जो की वर्णों का समूह हैं, अलग-अलग करना है।

दूसरे शब्दों में – स्वर या व्यञ्जन को अलग-अलग करना वर्ण-विच्छेद है। इसके लिए हमें स्वरों की मात्राओं (स्वर चिह्न) की जानकारी होना बहुत आवश्यक हो जाता है। स्वरों की मात्राएँ इस प्रकार हैं –

वर्ण-विच्छेद करते समय हमें स्वरों की मात्राओं को पहचानना पड़ता है और उस मात्रा के स्थान पर उस स्वर (अ, आ, इ, ई आदि) को प्रयोग में लाया जाता है जिसकी वह मात्रा होती है।

उदाहरण – निधि शब्द का मात्रा विच्छेद होगा – न् + ि + ध् + ि

निधि शब्द का वर्ण विच्छेद होगा – न् + इ + ध् + इ

कुमार शब्द का मात्रा विच्छेद करने पर – क् + ु + म् + ा + र् + अ प्राप्त होता है और जब इसी शब्द का वर्ण-विच्छेद किया जाए तो क् + उ + म् + आ + र् + अ प्राप्त होता है।

स्वर मात्रा (स्वर चिह्न) उदाहरण

अ इसकी कोई मात्रा नहीं होती। अनार , अजगर , अचकन , गरम

आ ा आम , काम , नाम , कार , नाक

इ ि इमली , किला , किशमिश , किसान, किताब

ई ी लकड़ी , बकरी, लड़की, पीता

उ ु पुल, सुन, झुमका, तुम, चुहिया

ऊ ू फूल , मूली , फूलदान , सूरज , दूध

ऋ ृ ऋषि , अमृत , पृथ्वी , मृग , वृत्त

ए े देश , केला , शेर , तबेला , पेड़ , ठेला

ऐ ै पैसा , वैसा , पैदल , तैयार , मैदान

ओ ो लोटा , मोटा , छोटा , टोपी , गोल , मोर

औ ौ मौत , मौजूद , मौसम , मौन , दौलत

Varn Viched

START QUIZ

‘अ’ स्वर के कुछ उदाहरण

नमक = न् + अ + म् + अ + क‌् + अ

कथन = क् + अ + थ् + अ + न् + अ

कमल = क् +अ + म् + अ + ल् + अ

‘आ’ स्वर के उदाहरण

बाजार = ब् + आ + ज् + आ + र् + अ

मामा = म् + आ + म् + आ

आज्ञा=आ + ज् + ञ् + आ

‘इ’ स्वर के उदाहरण

दिन = द् + इ + न् + अ

किला = क् + इ + ल् + आ

किसान = क् + इ + स् + आ + न् + अ

‘ई’ स्वर के उदाहरण

श्रीमान= श् + र् + ई+ म् + आ +न् +अ

मीठा = म् + ई + ठ् + आ

पीला = प् + ई + ल् + आ

‘उ’ स्वर के उदाहरण

बुलबुल = ब् + उ + ल् + अ + ब् + उ + ल् + अ

चुनाव = च् + उ + न् + आ + व् + अ

गुलाब = ग् + उ + ल् + आ + ब् + अ

‘ऊ’ स्वर के उदाहरण

फूल = फ् + ऊ + ल् + अ

सूरज = स् + ऊ + र् + अ + ज् +अ

झूला = झ् + ऊ + ल् + आ

‘ऋ’ स्वर के उदाहरण

अमृत = अ + म् + ऋ + त् + अ

गृह = ग् + ऋ + ह् + अ

नृत्य = न् + ऋ + त् + य् + अ

‘ए’ स्वर के उदाहरण

देश = द् + ए + श् + अ

ऐनक = ऐ + न् + अ + क् + अ

ठेला = ठ् + ए + ल् + आ

‘ऎ’ स्वर के उदाहरण

मैदान = म् + ऐ + द् + आ + न् + अ

शैतान = श् + ऐ + त् + आ + न् +अ

फैशन = फ् + ऐ + श् + अ + न्‌ + अ

‘ओ’ स्वर के उदाहरण

टोकरी = ट् + ओ + क् + अ + र् + ई

बोतल = ब् + ओ + त् + अ + ल् + अ

गोल = ग् + ओ + ल् + अ

ओखली =ओ + ख् + अ + ल् + ई

‘औ’ स्वर के उदाहरण

औरत = औ+ र् + अ + त् + अ

नौकर= न् + औ + क् + अ + र् +अ

मौजूद = म् + औ + ज् + ऊ + द् + अ

वर्ण-विच्छेद

Source – Digi Nurture

Varn Vichhed in Hindi के Examples

अँगना= अँ+ ग् + अ + न् + आ

अपर्णा = अ + प् + अ + र् + ण् + आ

इंदु = इ + अनुस्वार + द्+उ

उद्धार = उ + द् + ध् + आ + र्+ अ

ऋषि = ऋ + ष् + इ

ऐनक = ऐ + न् + अ +क्+ अ

औरत = औ+ र् + अ + त् + अ

कृपा =क् + ऋ+ प् + आ

खंड =ख् + अ + अनु० + ड् + अ

चंडी=च् + अ + अनु० + ड् + ई

झगड़ा = झ् + अ + ग् + अ + ड़्+ आ

ठंडाई = ठ्+अ +अनु० + ड् + आ +ई

थाली =थ्+आ + ल् + ई

अंगूर= अ + अनुस्वार + ग् + ऊ + र् + अ

इलाज=इ + ल् + आ + ज् + अ

ईंट= ईं + ट् + अ

ऊँचाई = ऊँ+ च् + आ + ई

एकता =ए + क् + अ + त् + आ

ओखली =ओ + ख् + अ + ल् + ई

कंगन =क्+अ+अनु० + ग् + अ +न् + अ

क्रिया = क् +र् + इ + य् + आ

गंगा= ग् + अ + अनु० + ग् + आ

छज्जा= छ् + अ + ज् + ज् + आ

टोकरी= ट् + ओ + क् + अ + र् + ई

डलिया = ड् + अ + ल् + इ + य् + आ

दृष्टि = द् + ऋ + ष् + ट् + इ

ध्रुव =ध् +र् +उ+व्+ अ

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