‘रुकना तेरा काम नहीं, चलना तेरी शान
विषय पर 20 पंक्तियों की एक स्वनिर्मित कविता लिखिए।
Answers
(कविता)
रुकना तेरा काम नही, चलना तेरी शान
रुकना तेरा काम नही, चलना तेरी शान।
इसमें तेरा गौरव हैं, इसमें तेरी आन।।(1)
जीवन की राह में, हरदम मिलेंगे शूल।
पर हमको चुनने हैं, आशाओं के फूल।।(2)
कभी तो होगा सवेरा, कभी तो ढलेगी शाम।
कभी तो बात बनेगी, बनेंगे बिगड़े काम।।(3)
जो चलते रहते निरंतर, मुश्किल से न घबराते।
हर कठिन पल उनके . आसानी से कट जाते।।(4)
जिसे खुद पे है भरोसा, वो है सच्चा वीर।
सफलता पग चूमेगी उसके, बात बड़ी गंभीर।।(5)
रास्ते हैं कांटे भरे, मंजिल है दूर।
राही तू चलता रह, न हो थक के चूर।।(6)
गरमी के दिन हों या सर्दी की रातें।
मेहनत करने वालों को, ये हैं छोटी बातें।।(7)
निडर हो निर्भय हो, चलता रह हरदम।
मत डिग पथ से अपने, खुशी हो या गम।।(8)
जो न रुका तू, तो मिल जायेगी मंजिल।
होगी तेरी विजय, मिट जायेगी हर मुश्किल।।(9)
रुकना तेरा काम नही चलना तेरी शान।
हो जायेगी फिर, हर मुश्किल आसान।।(10)
apko yeh karya khud karna chahiye