History, asked by chavanmanjit02, 5 months ago

रिलेटेड वर्ड्स अबाउट श्री चक्रधर स्वामी ​

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Answered by Aadarshini6A1
2

Answer:

मान्यता है कि द्वापर में कृष्ण औऱ दत्तातत्रय अवतार के बाद कलयुग में श्रीकृष्ण का कल्कि अवतार इनके चक्रधर स्वामी थे। चक्रधर स्वामीने जिन-जिन जगहों पर भक्तों को उपदेश दिया इस पंथ के लोगों के लिए वहीं स्थान पूजनीय हो गया। ... क्योंकि ये मूर्तियां साक्षात श्रीकृष्ण का रुप हैं इसलिए वे अन्य किसी मूर्ति के आगे शीश नहीं झुकाते।

Explanation:

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Answered by arjunsing1104
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Sarvadnya Shri Chakradhar Swami was an Indian philosopher, and one of the most important exponents of the Vaishnavism tradition within Hinduism. He is the founder of Mahanubhava Sampradaya of Vaishnavism in 1267. Chakradhar Swami advocated worship of Lord Krishna and preached Dvaita as against Shankarcharya's Advaita.

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