Hindi, asked by gorayam09, 6 months ago

राम का छति लाभु जून धनु तोरें । देखा नयन के भोरें ॥ छुअत टूट रघुपतिहु न दोसू । मुनि बिनु काज करिअ कत रोसू ॥ बोले चितै परसु की ओरा । रे सठ सुनेहि सुभाउ न मोरा ॥ बालकु बोलि बधौं नहि तोही । केवल मुनि जड़ जानहि मोही ॥ बाल ब्रह्मचारी अति कोही । बिस्वविदित क्षत्रियकुल द्रोही ॥ भुजबल भूमि भूप बिनु कीन्ही । बिपुल बार महिदेवन्ह दीन्ही ॥ सहसबाहु भुज छेदनिहारा । परसु बिलोकु महीपकुमारा ॥ ( 1 ) शिव धनुष के टूटने पर लक्ष्मण ने क्या तर्क दिये ? ( 1 ) परशुराम ने अपना परिचय किस प्रकार और क्या दिया ? ( 1 ) प्रस्तुत काव्यांश में किस भाषा का प्रयोग हुआ है ?

Answers

Answered by artir9718
1

Explanation:

परशुराम परशुराम ने अपना परिचय एक महान आदमी के प्रकार दिया जो युद्ध में किसी को भी हरा सकता है

Similar questions