रामायण में कितने दोहे होता है
Answers
Ramayan mein kul 521 dohe Hain
Answer:
‘रामायण’ में दोहे नही बल्कि श्लोक हैं। जिनकी संख्या लगभग 23440 है।
रामायण की अगर बात की जाये तो ये हिंदुओं का सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ है।
‘रामायण’ सबसे पहले ‘महर्षि वाल्मीकि’ द्वारा लिखी गई जो ‘वाल्मीकि रामायण’ के नाम से प्रसिद्ध है। उसके पश्चात अनेक भाषाओं में अनेक विद्वानों ने रामायण अलग-अलग नामों से लिखी है। लेकिन ‘वाल्मीकि रामायण’ ही सबसे प्राचीन एवं सटीक ग्रंथ है।
वाल्मीकि रामायण का रचना काल त्रेता युग का है। वाल्मीकि रामायण में सात अध्याय हैं, जिन्हें कांड के नाम से जाना जाता है। इनके नाम क्रमशः इस प्रकार है..
बालकांड
अयोध्याकांड
अरण्यकांड
किष्किंधा कांड
सुंदरकांड
युद्ध कांड (लंका कांड)
उत्तराकांड
इस प्रकार सात कांडों में महर्षि वाल्मीकि ने रामायण को कलम बद्ध किया था। इन सात कांडों में वर्णित किए गए सर्ग की गणना करने पर पूरी रामायण में 645 सर्ग मिलते हैं और जिन सर्गों में उपस्थित श्लोकों की संख्या लगभग 23440 है।
इस प्रकार रामायण में दोहे नहीं बल्कि श्लोक होते हैं।
अगर दोहे का संदर्भ लिया जाए तो रामचरितमानस में दोहे हैं और चौपाइयां हैं। रामचरितमानस को गोस्वामी तुलसीदास ने रचित किया था। यह अवधी भाषा में रचा गया एक ग्रंथ है। इसमें 9388 चौपाइयांस 1172 दोहे, 87 सोरठे, 47 श्लोक और 208 छंद हैं। जिनकी संख्या कुल मिलाकर 10902 है।