रामबिलास शर्मा ने किन व्यक्तियों का जीवन व्यर्थ माना है? Solve this question class 9
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रामबिलास शर्मा ने किन व्यक्तियों का जीवन व्यर्थ माना है :
उत्तर : रामविलास शर्मा ने उन व्यक्तियों के जीवन को व्यर्थ माना है, जिनका अपने जीवन में धूल से कभी वास्ता नहीं पढ़ा। ‘धूल’ पाठ में लेखक का कहना है कि धूल-मिट्टी मनुष्य के जीवन का एक अभिन्न अंग है और नगरीय सभ्यता की चमक-दमक में सज-धज कर जो व्यक्ति धूल से बचना चाहते हैं, उनका जीवन व्यर्थ है। लेखक के अनुसार मनुष्य का शरीर ही मिट्टी से बना है, यानि धूल-मिट्टी से ही मनुष्य की आभा होती है।
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