Hindi, asked by poonamchuchra744, 3 days ago

रामनरेश त्रिपाठी की कविता जब याद तुम्हारी आती है मैं से खुशबू की लहरें जब घर से बाहर दौड़ लगाती है क्या क्या asaya hai​

Answers

Answered by anitakeshari349
2

Answer:

जब दुनिया पर मुसकाती हैं, खुशबू की लहरें जब घर से बाहर आ दौड़ लगाती हैं. हे जग के सिरजनहार प्रभो! तब याद तुम्हारी आती है। हे जग के सिरजनहार प्रभो!!

Similar questions