रिपोर्ट लेखन की प्रकिर्या का संछिप्त परिचय दीजिये।
Answers
लिखित रिपोर्ट वह दस्तावेज है जो विशिष्ट दर्शकों के लिए केंद्रीकृत और मुख्य सामग्री प्रस्तुत करती है। रिपोर्ट का इस्तेमाल प्रायः एक प्रयोग, जांच या पूछताछ के परिणाम को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। यह रिपोर्ट सार्वजनिक या निजी, एक व्यक्ति विशेष या आम जनता के लिए हो सकती है। रिपोर्ट का प्रयोग सरकारी, व्यवसायिक, शिक्षा, विज्ञान और अन्य क्षेत्रों में होता है।
रिपोर्ट में प्रायः प्रत्ययकारी तत्वों का प्रयोग होता है, जैसे चित्रालेख, चित्र, आवाज़ या विशेष रूप से तैयार की गयी शब्दावली जिससे कि विशिष्ट दर्शकों को कार्यवाही करने हेतु विश्वास दिलाया जा सके. रिपोर्ट प्रस्तुत करने के सर्वाधिक प्रचलित प्रारूप है आईएमआरएडी (IMRAD): इंट्रोडक्शन (परिचय), मेथड्स (तरीका), रिज़ल्ट्स (परिणाम) एंड (और) डिस्कशन (चर्चा). यह संरचना इस विधा के लिए मानक है क्यूंकि यह वैज्ञानिक अनुसंधानों के पारंपरिक प्रकाशन के समान है और इस क्षेत्र की विश्वसनीयता व लोकाचार की भावना को भी व्यक्त करती है। यह आवश्यक नहीं है कि रिपोर्ट में इसी शैली का पालन किया जाये और इसके अतिरिक्त अन्य वैकल्पिक शैलियों का भी प्रयोग किया जा सकता है जैसे समस्या-समाधान प्रारूप (प्रौब्लन-सौल्युशन फौरमेट).
अतिरिक्त तत्व जिनका प्रयोग प्रायः पढ़ने वाले को उकसाने के लिए किया जाता है, इसमें शामिल हैं: विषयों की ओर संकेत करने हेतु शीर्षक, अधिक जटिल प्रारूप में चार्ट, सारणी, आकृतियां, सामग्रियों, कठिन शब्दों, सारांश, परिशिष्ट, पाद टिपण्णी, हाइपरलिंक और सन्दर्भ को व्यक्त करने वाली सूची.
रिपोर्ट के कुछ उदहारण हैं: वैज्ञानिक रिपोर्ट, संस्तुति रिपोर्ट, श्वेत पत्र, वार्षिक रिपोर्ट, लेखा परीक्षक की रिपोर्ट, कार्यस्थल रिपोर्ट, जनगणना रिपोर्ट, यात्रा रिपोर्ट, प्रगति रिपोर्ट, जांच सम्बन्धी रिपोर्ट, बजट रिपोर्ट, नियम संबंधी रिपोर्ट, जनंकिकी रिपोर्ट, ऋण रिपोर्ट, समीक्षा रिपोर्ट, निरीक्षण रिपोर्ट, सैन्य रिपोर्ट, बाउंड रिपोर्ट आदि.