रास्ते में पड़ने वाले टीले के विषय में लेखक और प्रेमचंद्र के क्या दृष्टिकोण थे
Answers
Answered by
4
Answer:
आपका उत्तर यह है कि:
रास्ते में पड़ने वाले टीले से लेखक का दृष्टिकोण यह है कि, टीला रस्ते की रुकावट का प्रतीक है। इस पाठ में टीला शब्द सामाजिक कुरीतियों, अन्याय तथा भेदभाव को दर्शाता है क्योंकि यह मानव के सामजिक विकास में बाधाएँ उत्पन्न करता हैं।
मुझे आशा है कि आपको इस से मदद मिली है ।
Similar questions