रास्ते में पड़ने वाले टीले के विषय में प्रेमचंद
और लेखक के
दृष्टिकोण किस प्रकार भिन्न हैं?
Answers
रास्ते में पड़ने वाले टीले के विषय में प्रेमचंद और लेखक के दृष्टिकोण किस प्रकार भिन्न हैं?
उत्तर : रास्ते में पड़ने वाले टीले के विषय में प्रेमचंद और लेखक के दृष्टिकोण आपस में बहुत भिन्न थे |रास्ते में पड़ने वाले टीले का रथ है जीवन में आने वाली रुकावटों से है | प्रेमचंद जीवन में आने वाली रुकावटों पर ठोकर मारते है | वह उन्हें हमेशा के इए खत्म करने वालों में से थे | भले ऐसा करते हुए उनका जूता फट गया हो | प्रेमचंद समाज में फैली सामाजिक बुराइयों को खत्म और उनसे लड़ने वालों में थे |
लेखक जीवन में आने वाली परिस्थितियों से भागने वालों में से है | वह जीवन में आने वाली रुकावटों से समझौताकरने वाले व्यक्ति थे | इस प्रकर दोनों का दृष्टिकोण भिन्न हैं |
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ ▬▬ ▬▬
संबंधित कुछ अन्य प्रश्न...►
https://brainly.in/question/22758752
प्रेमचंद के पाँव की अँगुली लेखक को किस ओर संकेत करती हुई प्रतीत होती है? *