Hindi, asked by rprema783, 1 month ago

राष्ट्र निर्माण में समाचार पत्रों का योगदानl ​

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Answered by llMissDynamitell
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सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.एम.बशीर अहमद खान ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में पत्रकारों की भूमिका शुरू से अहम रही है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के योगदान को ध्यान में रखकर मीडिया कर्मियों को सरकारी व गैर सरकारी स्तर पर प्रोत्साहित करने की जरूरत है। डॉ.खान अंतरराष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर बुधवार को सूचना भवन में आयोजित जनमत मीडिया अवार्ड समारोह 2011 को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। बतौर विशिष्ट अतिथि देवघर से आए एक हिंदी दैनिक अखबार के स्थानीय संपादक सुमन सौरव ने कहा कि यह एक अनूठा आयोजन है। जनमत शोध संस्थान का यह प्रयास मीडियाकर्मियों के लिए प्रेरणादायी है। नगर पर्षद अध्यक्ष अमिता रक्षित ने कहा कि पत्रकारों का काम चुनौतीपूर्ण है। कठिन व प्रतिकूल परिस्थितियों में भी पत्रकार अपनी भूमिका का निर्वहन काफी संजीदगी से करते है। जनमत शोध संस्थान दुमका के तत्वावधान में आयोजित इस समारोह में पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले संताल परगना के नौ पत्रकारों में मुख्यधारा पत्रकारिता के लिए दुमका के राजीव रंजन, गोड्डा के निरभ किशोर, पाकुड के कृपा सिंधु बच्चन व देवघर के फाल्गुनी मरीक कुशवाहा को अंग वस्त्र, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। जबकि शोध पत्रकारिता के क्षेत्र में साहिबगंज के डॉ.वीएन दिनेश तथा अनंत कुमार राय को पुरस्कृत किया गया। वहीं ग्रामीण पत्रकारिता के लिए दुमका के रामगढ़ प्रखंड के अमरेन्द्र कुमार भगत व जरमुंडी के सपन पत्रलेख सम्मानित किये गये। फोटोग्राफी के क्षेत्र में देवघर के आलोक संतोषी को सम्मानित किया गया। पत्रकार सचिदानंद राय की अध्यक्षता में आयोजित सम्मान समारोह में पत्रकार आर.के. नीरद द्वारा संचालित व पत्रकार राजकुमार उपाध्याय व अमरेन्द्र सुमन की बेहतरीन परिचय प्रस्तुति के माध्यम से पुरस्कार प्राप्त करने वाले पत्रकारों को प्रशस्ति पत्र व शील्ड देकर सम्मानित किया गया। मौके पर पुरस्कार न्यासियों में हिमांशु मिश्रा, दुमका दर्पण परिवार, एंजल डिजिटल लैब, आस्तिना मरांडी, ठाकुर श्याम सुंदर सिंह, अनुपम दास, अमिता रक्षित, गोपेश्वर प्रसाद झा व जीवन प्रकाश सिन्हा की ओर से अपने परिजनों के सम्मान में स्मृति चिन्ह मुहैया कराया। लगातार तीसरे वर्ष इस समारोह को आयोजित कर रही जनमत शोध संस्थान के सचिव अशोक सिंह ने मीडिया अवार्ड के उद्देश्य व मीडिया कर्मियों की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए पत्रकारों को पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े दिवंगत पत्रकारों के सम्मान में सम्मानित किया जाता है। उन्होंने बताया कि संस्थान की ओर से अगले वर्ष इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकारों को भी सम्मानित किए जाने का फैसला लिया गया है। सम्मान समारोह में झारखंड एकेडमिक काउंसिल के ओएसडी प्रो.मदनेश्वर चौधरी, अमीन खान, राधेश्याम वर्मा, निर्मला बरेलिया, सिंहासिनी कुमारी, जगदीश मंडल, जवाहर मिश्रा, राजेश कुमार गुप्ता, केएन सिंह, श्याम किशोर सिंह गांधी, हिमांशु मिश्रा, कैलाश केसरी, अनुपम दास, राहुल प्रियदर्शी, राधाकांत मिश्रा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम के सफल संचालन में जनमत शोध संस्थान के कार्यकर्ताओं में रणवीर मिश्रा, सुशील कुमार मंडल, सुमन कुमार सौरभ, बीरबल दास, परमेश्वर दास, मुकेश व अनूप की भूमिका उल्लेखनीय है।

Answered by Atharva2134
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Explanation:

विस्तार बिंदु:

1. जनसंचार के माध्यम किसी राष्ट्र अथवा समाज में होने वाली विविध गतिविधियों का प्रतिबिम्ब ।

2. समाचार-पत्रों का क्रमिक विकास एवं परिवर्तन ।

3. समाचार-पत्रों की सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक आदि गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका ।

4. भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में समाचार-पत्रों का योगदान ।

5. समाचार-पत्रों का महत्व ।

6. समाचार-पत्रों का कार्यक्षेत्र ।

7. समाचार-पत्रों का समाज के निर्माण में योगदान ।

8. समाचार-पत्रों का लोकतंत्र में महत्व ।

9. निष्कर्ष ।

मीडिया अर्थात् जनसंचार के माध्यम (रेडियो, टेलिविजन, समाचार-पत्र इत्यादि) किसी भी समाज अथवा राष्ट्र की सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रतिबिम्ब होते हैं ।

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