रात समय वह मेरे आवे।भोर भये वह घर उठि जावे।। यह अचरज है सबसे न्यारा।ऐ सखि साजन? ना सखि तारा।।
भावार्थ , lesson: ऐ सखि।
Answers
रात समय वह मेरे आवे।भोर भये वह घर उठि जावे।।
यह अचरज है सबसे न्यारा।ऐ सखि साजन? ना सखि तारा।।
यह अमीर खुसरो द्वारा रचित मुकरियां हैं। अमीर खुसरो की मुकरियां लोक प्रचलित पहेलियों का एक रुप हैं। इन मुकरियों का उद्देश्य मनोरंजन के साथ-साथ सामने वाले की बुद्धि-कौशल की परीक्षा लेना भी होता था। ऊपर दी गई मुकरी का अर्थ इस प्रकार है...
अर्थ ► नायिका अपनी सखी से सवाल कर रही है। वह सखी से पूछती है कि ऐ सखी! बता रात के समय वह मेरे पास आता है और सुबह सवेरे उठकर चला जाता है। यह एकदम आश्चर्य की बात है। उसकी सहेली उत्तर देती है कि साजन। तब नायका वापस उत्तर देती है कि साजन नहीं तारा। यानि तारा रात में आता है और सुबह चला जाता है। इस तरह की पहेलियों में दोहरे अर्थ छुपे होते हैं। सामने वाला समझता कुछ और है और उत्तर कुछ और निकलता है।
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Answer:
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