रैदास अपने को क्या मानते हैं?
Answers
Answered by
2
कवि ने स्वयं को पानी मानकर प्रभु को चंदन माना है। रैदास के स्वामी निराकार प्रभु हैं। वे अपनी असीम कृपा से नीच को भी ऊँच और अछूत को महान बना देते हैं। रैदास अपने प्रभु के अनन्य भक्त हैं, जिन्हें अपने आराध्य को देखने से असीम खुशी मिलती है।
Answered by
1
Answer:
radesh apne aap ko amir manta tha
Similar questions
English,
18 days ago
Math,
1 month ago
Math,
1 month ago
Social Sciences,
9 months ago
Math,
9 months ago